निधन के बाद अपने परिवार के लिए कितनी संपत्ति छोड़ गए हैं अरुण जेटली
निधन के बाद अपने परिवार के लिए कितनी संपत्ति छोड़ गए हैं अरुण जेटली, जानिए
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नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता और पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली का दिल्ली के एम्स में शनिवार को निधन हो गया। अरुण जेटली लंबे समय से बीमार थे और एम्स में उनका इलाज चल रहा था। तबीयत बिगड़ने के बाद जेटली को पहले वेंटिलेटर और बाद में लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया था। एम्स में भर्ती रहने के दौरान भाजपा के बड़े नेताओं के अलावा कई दूसरे दलों के नेता भी उनसे मिलने पहुंचे थे। अरुण जेटली की पहचान कानून के जानकार और एक अनुभवी राजनीतिक नेता के तौर पर रही। अरुण जेटली ही थे जिन्होंने वन नेशन-वन टैक्स यानी GST को लागू करने में प्रभावी भूमिका निभाई थी। आइए जानते हैं कि अरुण जेटली अपने परिवार के लिए कुल कितनी संपत्ति छोड़ गए हैं।
111 करोड़ की संपत्ति के मालिक थे जेटली
एडीआर से मिली जानकारी के मुताबिक, अरुण जेटली करीब 111 करोड़, 66 लाख की संपत्ति के मालिक थे। चुनाव आयोग को 2018 में दिए गए शपथ-पत्र के अनुसार अरुण जेटली के पास करीब 10 लाख और उनकी पत्नी के पास 5 लाख रुपए का कैश था। इसके अलावा दोनों के पास 8 बैंक खातों में करीब 19 करोड़ रुपए का बैंक डिपोजिट है। अरुण जेटली के ऊपर करीब 8 करोड़ रुपए का कर्ज भी था। जेटली और उनकी पत्नी ने करीब 52 लाख रुपए पीपीएफ में जमा किए हुए थे।
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बैंक से लिया हुआ था 8 करोड़ का कर्ज
अरुण जेटली के पास दो मर्सिडीज और एक टोयोडा फॉर्च्यूनर गाड़ी है, जिनकी कीमत करीब एक करोड़, 68 लाख रुपए है। अरुण जेटली और उनकी पत्नी के पास कुल मिलाकर करीब एक करोड़, 61 लाख रुपए के गहने भी हैं। इनके अलावा अरुण जेटली और उनकी पत्नी के नाम पर करीब 12 करोड़ रुपए की कमर्शियल बिल्डिंग, 64 करोड़ 40 लाख रुपए की आवासीय बिल्डिंग और 90 लाख रुपए की गैर कृषि भूमि है। अरुण जेटली ने बैंक से करीब 8 करोड़ 69 लाख रुपए का कर्ज लिया हुआ था।
एम्स में ईसीएमओ पर थे अरुण जेटली
आपको बता दें कि पिछले कई दिनों से दिल्ली के एम्स में भर्ती पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली की हालत बेहद नाजुक बनी हुई थी। उन्हें बीते 9 अगस्त को एम्स में भर्ती कराया गया था। तबीयत ज्यादा बिगड़ने के बाद अरुण जेटली को वेंटिलेटर से हटाकर ईसीएमओ (एक्सट्रा कॉरपोरियल मेमब्रेन ऑक्सिजनेशन), जिसे एक्सट्रा कॉरपोरियल लाइफ सपोर्ट भी कहा जाता है, पर रखा गया था। यह सिस्टम उन मरीजों को लंबे समय तक हृदय की गतिविधियों और सांस लेने में सहायता प्रदान करने की एक एक्सट्रा कॉरपोरियल तकनीक है, जिन मरीजों का दिल और फेफड़े जीवन को बनाए रखने के लिए काम करने में असमर्थ होने लगते हैं। बीते शुक्रवार को देर रात गृह मंत्री अमित शाह भी अरुण जेटली का हाल जानने एम्स पहुंचे थे।
शाह बोले, मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति
अरुण जेटली के निधन पर गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट करते हुए कहा, 'अरुण जेटली के निधन से अत्यंत दुःखी हूं। अरुण जेटली का जाना मेरे लिए एक व्यक्तिगत क्षति है। उनके रूप में मैंने न सिर्फ संगठन का एक वरिष्ठ नेता खोया है बल्कि परिवार का एक ऐसा अभिन्न सदस्य भी खोया है जिनका साथ और मार्गदर्शन मुझे वर्षो तक प्राप्त होता रहा। खुशमिजाज व्यक्तित्व वाले जेटली से मिलना और उनसे विचार विमर्श करना सभी के लिए एक सुखद अनुभव होता था। आज उनके जाने से देश की राजनीति और भारतीय जनता पार्टी में एक ऐसी रिक्तता आयी है जिसकी भरपाई होना जल्दी संभव नहीं है। अपने अद्वितीय अनुभव और विरले क्षमता से अरुण जेटली ने संगठन और सरकार में विभिन्न दायित्वों का निर्वाह किया। एक प्रखर वक्ता और समर्पित कार्यकर्ता अरुण जी ने देश के वित्त मंत्री, रक्षा मंत्री और राज्य सभा में नेता विपक्ष जैसे महत्वपूर्ण पदों को पूरी कुशलता से निभाया।'
पीएम के विदेश दौरे पर परिजनों ने की ये अपील
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अरुण जेटली के निधन पर दुख जाहिर करते हुए ट्वीट किया, 'जेटली एक राजनीतिक दिग्गज थे, जो बौद्धिक और कानूनी रूप से मजबूत थे। वह एक मुखर नेता थे, जिन्होंने स्थाई योगदान दिया। उनका जाना बहुत दुखद है। अरुण जेटली की पत्नी संगीता और बेटे रोहन से बात की और संवेदना व्यक्त की। आपको बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी इस समय अपने विदेश दौरे पर हैं। उन्होंने अरुण जेटली की पत्नी और बेटे से बात की तो उन लोगों ने प्रधानमंत्री से अपना विदेश दौरा रद्द ना करने की अपील की। पीएम नरेंद्र मोदी दो दिवसीय फ्रांस दौरा पूरा करने के बाद शुक्रवार देर रात यूएई पहुंचे।
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