कितनी संपत्ति के मालिक हैं बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद, जानिए
बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद के दफ्तर पर आयकर विभाग के सर्वे से सियासत भी गर्मा गई है।
मुंबई। कोरोना वायरस महामारी के दौरान प्रवासी मजदूरों की मदद कर उनके हीरो बने बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद के 6 ठिकानों पर आयकर विभाग का सर्वे जारी है। आयकर विभाग के इस सर्वे की खबर से देश की राजनीति भी गर्मा गई है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और शिवसेना ने इस मामले को लेकर भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा है। हालांकि सोनू सूद के ठिकानों पर सर्वे में आयकर विभाग को क्या मिला है, इसे लेकर अभी तक कोई जानकारी सामने नहीं आई है। ऐसे में आइए जानते हैं कि अभिनेता सोनू सूद कितनी संपत्ति के मालिक हैं।
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इतनी संपत्ति के मालिक हैं सोनू सूद
'रिपब्लिक वर्ल्ड' की खबर के मुताबिक, सोनू सूद करीब 130.339 करोड़ रुपए की संपत्ति के मालिक हैं। 1999 से अपने करियर की शुरुआत करने वाले सोनू सूद फिल्मों के अलावा विज्ञापनों के जरिए भी कमाई करते हैं। कोरोना महामारी की पहली लहर के दौरान प्रवासी मजदूरों के लिए बसों की व्यवस्था करने के अलावा सोनू सूद ने जुहू में बने अपने होटल में डॉक्टरों, नर्सों और पैरा मेडिकल स्टाफ सहित स्वास्थ्य कर्मियों के लिए ठहरने की व्यवस्था भी की थी।
सोनाली से 1996 में हुई थी शादी
सोनू सूद के परिवार में उनकी पत्नी सोनाली और दो बेटे हैं- ईशान और अयान हैं। पंजाब के मोगा में जन्मे सोनू सूद के पास इलेक्ट्रॉनिक्स में इंजीनियरिंग की डिग्री भी है। यशवंतराव चव्हाण कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में बीई की पढ़ाई के दौरान ही सोनाली से उनकी मुलाकात हुई थी और इसके बाद 1996 में दोनों ने शादी कर ली। हालांकि उनकी पत्नी सोनाली का बॉलीवुड से दूर-दूर तक कोई कनेक्शन नहीं है और वो लाइमलाइट से दूर ही रहती हैं।
हॉरर फिल्म अरुंधती से मिली खास पहचान
तेलुगु, तमिल, कन्नड़ और पंजाबी समेत हिंदी फिल्मों के जरिए सोनू सूद ने फिल्म इंडस्ट्री में अपनी एक अलग पहचान बनाई है। हालांकि सोनू सूद को असली पहचान मिली 2009 में तेलुगु भाषा में बनी हॉरर फिल्म अरुंधती से। इस फिल्म में उनके काम की काफी तारीफ की गई। इसके बाद कन्नड़ भाषा में बनी उनकी फिल्म विष्णुवर्धन ब्लॉकबस्टर साबित हुई और इस फिल्म ने करीब 250 करोड़ रुपए की कमाई की। सलमान खान के साथ फिल्म दबंग में उनके नेगेटिव किरदार को भी काफी पंसद किया गया।
प्रवासी मजदूरों के लिए ऐसे बने मसीहा
पिछले साल कोरोना वायरस महामारी के कारण देशभर में लॉकडाउन लगाया गया था, जिसके चलते बड़ी संख्या में लोगों के सामने रोजगार का संकट खड़ा हो गया। इसके बाद प्रवासी मजदूर पैदल ही अपने-अपने घरों के लिए निकल पड़े थे। ऐसे मुश्किल हालात में सोनू सूद ने प्रवासी मजदूरों के लिए बसों की व्यवस्था की और उन्हें उनके घर भेजना शुरू किया। बसों की व्यवस्था करते हुए सोनू सूद ने कहा था कि मेरा मानना है कि वर्तमान समय में जब हम सभी इस वैश्विक स्वास्थ्य आपदा का सामना कर रहे हैं तो प्रत्येक भारतीय को अपने परिवार और प्रियजनों के साथ रहना चाहिए और वह इसका हकदार भी है।
सोनू सूद के बचाव में उतरी शिवसेना और AAP
आयकर विभाग के सर्वे को लेकर शिवसेना और आम आदमी पार्टी ने सोनू सूद का बचाव किया है। शिवसेना प्रवक्ता मनीषा कायंदे ने कहा कि यह कार्रवाई भारतीय जनता पार्टी की 'तालिबानी' विचारधारा का सबूत है। मनीषा कायंद ने आरोप लगाया कि भाजपा चुनिंदा लोगों को निशाना बना रही है। वहीं, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कोरोना महामारी में जिन लाखों लागों की सोनू सूद ने मदद की, उन सभी की दुआएं उनके साथ हैं।
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