भारत के इस इकलौते प्रदेश में नहीं है एक भी कोरोना केस, जानिए कैसे नहीं पहुंच पाया ये जानलेवा वायरस
नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस का संक्रमण बढ़ता ही जा रहा है। पॉजिटिव केसों की संख्या 10 लाख के करीब पहुंच चुकी है। पिछले एक हफ्ते से वायरस के संक्रमण के केस 30 हजार से ज्यादा आ रहे हैं। दिल्ली जैसे शहर में रोज 1500 से लेकर 2000 तक नए केस रिपोर्ट किए जा रहे हैं। वहीं मुंबई में रोजाना 3000 से अधिक केस सामने आ रहे हैं। दूसरी तरफ एक केंद्रशासित प्रदेश ऐसा भी है जो अब तक इस खतरनाक वायरस के कहर से पूरी तरह मुक्त है। यह है लक्षद्वीप। यह देश का एकमात्र इलाका है, जहां आजतक एक भी व्यक्ति कोरोना संक्रमित नहीं हुआ है।
दरअसल प्रशासन ने संक्रमण से बचाव के लिए जो कदम उठाए हैं वो काबिल ए तारीफ हैं। आपको बता दें कि लक्षद्वीप की आबादी 64,472 है। यहां कोरोना वायरस को लोगों से दूर रखने के लिए प्रशासन ने कुछ कठोर पाबंदियां, लंबा क्वारंटाइन समय और कोरोना जैसे लक्षण दिखने वाले सभी लोगों की टेस्टिंग जैसे कदम उठाए। केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन ने भारतीय आयुर्विज्ञान अनुंसधान परिषद (ICMR) के नियमों का पालन करते हुए अभी तक सांस से जुड़ी बीमारियों से पीड़ित और निमोनिया जैसे लक्षण दिखाने वाले 61 लोगों का टेस्ट किया है।
कोरोना के खिलाफ जंग तेज, देश में पहली बार 24 घंटे में हुए 3 लाख से अधिक टेस्ट
लक्षद्वीप के स्वास्थ्य सचिव डॉक्टर एस सुंदरावेदिवेलु कहते हैं कि टेस्ट किए गए सभी लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव आई थी। लक्षद्वीप जरूरी सामान से लेकर स्वास्थ्य सेवाओं तक, पूरी तरह से केरल पर निर्भर है। इस द्वीप समूह पर आने वाली सभी उड़ानें और नौकाएं कोच्चि से संचालित होती है। इसलिए महामारी के संक्रमण को फैलने के लिए लक्षद्वीप प्रशासन ने कोच्चि से आने वाले लोगों पर खास नजर रखी और उनकी चेकिंग की गई।
डॉक्टर सुंदरावेदिवेलु ने कहा, "हमने महामारी की शुरुआत से ही यात्रियों की स्क्रीनिंग शुरू कर दी थी। पूरे देश में घरेलू यात्रियों की स्क्रीनिंग बहुत बाद में शुरू हुई। हमने कोच्चि एयरपोर्ट पर काफी पहले प्री-बोर्डिंग स्क्रीनिंग भी शुरू कर दी थी।" लक्षद्वीप प्रशासन ने कोच्चि से समुद्री जहाज से आने वाले यात्रियों की प्री- बोर्डिंग स्क्रीनिंग 1 फरवरी और उड़ान के जरिये आने वाले यात्रियों की स्क्रीनिंग 9 फरवरी से शुरू की थी।"