गठबंधन के मोर्चे पर अब कर्नाटक से आई कांग्रेस के लिए बुरी खबर
नई दिल्ली। पांच राज्यों- मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में चुनावों की रणभेरी बज चुकी है। माना जा रहा था कि 2019 लोकसभा चुनाव से पहले सत्ता के इस सेमीफाइनल में कांग्रेस के नेतृत्व में एकजुट होकर विपक्ष शक्ति प्रदर्शन करेगा। खुद कांग्रेस गठबंधन के दम पर बीजेपी को टक्कर देने के दावे कर रही थी, लेकिन विधानसभा चुनावों से ठीक पहले मायावती और अखिलेश यादव दोनों ने कांग्रेस से दामन बचा लिया। उल्टा 2019 लोकसभा चुनाव के इन संभावित सहयोगियों के बीच जुबानी जंग चल रही है। इस बीच कर्नाटक से कांग्रेस के लिए बुरी खबर आई है। न्यूज 18 की रिपोर्ट के मुताबिक, कर्नाटक में उपचुनाव होने हैं और अगर सत्ताधारी गठबंधन को हार का सामना करना पड़ा, जनता दल सेक्युलर यानी जेडीएस कांग्रेस से गठबंधन तोड़ सकती है। ऐसा हुआ तो यह कांग्रेस के लिए 2019 चुनाव से पहले बहुत बड़ा झटका होगा। चुनाव आयोग ने कर्नाटक की इन तीनों लोकसभा सीटों पर 2 नवंबर को मतदान कराने का ऐलान किया है।
ये तीन सांसद बन गए विधायक, खाली हुईं तीन लोकसभा सीटें
कर्नाटक की तीन लोकसभा सीटों- शिमोगा, बेल्लारी और मंड्या में उपचुनाव होने हैं। यूं तो बीजेपी और कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन नहीं चाहते थे कि लोकसभा चुनाव से ऐन पहले उपचुनाव कराए जाएं। इनमें दो सीटें बीजेपी के पास थी, जबकि मंड्या से एस पुत्तराजु सांसद थे। वहीं, बेल्लारी से बी श्रीरामालु और शिमोगा से बीएस येदुरप्पा सांसद थे। तीनों ही नेता विधायक बन चुके हैं। शिमोगा सीट से येदियुरप्पा ने अपने बेटे बी. वाई. राघवेंद्र बीजेपी को उतारा है, जबकि जेडीएस ने पूर्व सीएम एस बंगरप्पा के बेटे पूर्व विधायक मधु बंगरप्पा को मैदान में उतारा है।
बेल्लारी में कांग्रेस-बीजेपी के बीच सीधी टक्कर
बेल्लारी लोकसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में बीजेपी और कांग्रेस के बीच सीधी टक्कर है। यहां बीजेपी ने पूर्व सांसद जे शांता को मैदान में उतारा है। वह पार्टी विधायक बी श्रीरामालु की बहन हैं। वहीं, कांग्रेस ने एमएलसी वीएस उग्रप्पा को टिकट दिया है। मंड्या में जेडीएस-कांग्रेस ने पूर्व विधायक एलआर शिवराम गौड़ा को टिकट दिया है, जबकि बीजेपी ने सेवानिवृत अधिकारी सिद्धारमैया को मैदान में उतारा है। यहां कांग्रेस-जेडीएस का पलड़ा भारी पड़ता दिख रहा है।