जब इंडियन आर्मी के रिटायर्ड जनरल ने इस्लाम को आतंकवाद के लिए दोष देने वालों को कराया चुप
नई दिल्ली। रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल सैयद अता हसनैन जो देश के कई मामलों पर अपनी बेबाक राय रखते हैं, उन्होंने गुरुवार को ट्विटर पर ट्रोलर्स को अपने जवाब से चुप करा दिया। दरअसल कुछ लोग उत्तर प्रदेश में एनआईए की कार्रवाई के बाद देश के मुसलमान समुदाय को निशाना बना रहे थे। उसी समय जनरल हसनैन ने इन लोगों को जवाब दिया और उन्हें चुप करा दिया। आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश और दिल्ली में आईएसआईएस के मॉड्यूल का भांडाफोड़ किया गया है। इसमें 10 लोगों को एनआईए ने गिरफ्तार किया है। ले. जनरल हसनैन ने ट्रोलर्स को उस समय जवाब दिया जब वह दूरदर्शन के एक पैनल डिस्कशन में थे और लोग ट्विटर पर टिप्पणियां कर रहे थे।
क्या था जनरल हसनैन का जवाब
जो लोग मुसलमान समुदाय पर हमला बोल रहे थे, उन्हें जनरल हसनैन ने सिर्फ एक ही जवाब दिया, 'मैं भी इसी समुदाय से आता हूं।' कुछ ट्वीट्स में आतंकवाद के लिए इस्लाम को दोषी ठहराया गया था। शुरुआत में कुछ यूजर्स ने जनरल हसनैन से पूछा कि ऐसा क्या है कि कुछ भारतीय युवा चरमपंथ की ओर आकर्षित होते हैं? लेकिन धीरे-धीरे बहस और सवालों ने नया रंग ले लिया। जब जनरल हसनैन ने एक परिकल्पना बताई कि जब कोई बहुत छोटा बच्चा किसी ऐसे मौलवी की देखरेख में होता है जो चरमपंथी विचारधारा का हो तो फिर युवा होते-होते उसकी विचारधारा प्रभावित होने लगती है। ट्रोलर्स की प्रतिक्रिया के बाद भी जनरल हसनैन ने अपना आपा नहीं खोया और अपनी स्थिति को सही तरह से बयां किया।
I am from the community. Do not generalise. Thats the fault. You label all and paint with one brush preventing introspection https://t.co/OcgCEj3dWi
— Syed Ata Hasnain (@atahasnain53) December 27, 2018