लोकसभा चुनाव 2019: जानिए, यूपी में बीजेपी ने अंतिम समय में कैसे मनाया नाराज साथियों को
नई दिल्ली। आदर्श आचार संहिता लागू होने से कुछ घंटे पहले, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की यूपी सरकार ने अपने असंतुष्ट सहयोगियों को मनाने के लिए अंतिम क्षणों में उत्तर प्रदेश में विभिन्न निकायों और निगमों में 15 लोगों की नियुक्ति की है। विभिन्न निकायों और निगमों के लिए नियुक्त किए गए 72 लोगों में से 15 सदस्य सहयोगी पार्टियों के नेता है। यूपी में भाजपा के दो सहयोगी है। पहला सहयोगी अपना दल है। जिसकी यूपी में कुर्मी समुदाय में मजबूत पकड़ मानी जाती है। दूसरी सहयोगी पार्टी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (एसबीएसपी), जिसे राजभर जाति का समर्थन प्राप्त है। इसका पूर्वी यूपी की कई विधानसभाओं में काफी जनाधार है।
नई नियुक्तियों के बाद माने सहयोगी
एसबीएसपी प्रमुख ओम प्रकाश ने कहा कि, बीजेपी ने हमारे प्रति एक कदम उठाकर एक ईमानदार कोशिश की है। हम दो ले लेंगे, और निश्चित रूप से 2019 लोकसभा चुनावों को एक साथ लड़ेंगे। इससे पहले राजभर को उम्मीद थी कि एक सौहार्दपूर्ण सीट बंटवारे की व्यवस्था होगी। वहीं अपना दल के अरविंद शर्मा ने कहा कि, हम भाजपा के इस कदम से संतुष्ट हैं। पिछड़ा वर्ग आयोग के लिए की गई नियुक्तियां महत्वपूर्ण थीं क्योंकि इससे उन्हें पिछड़े वर्ग के मुद्दों को अधिक प्रभावी ढंग से उठाने में मदद मिलेगी। बता दें कि, काफी समय से दोनों ही पार्टियां खुले तौर पर बीजेपी की आलोचना कर रही थीं। क्योंकि कई निकायों की नियुक्तियों में उनको नजरअंदाज किया जा रहा था।
राजभर और अनुप्रिया बीजेपी के कदम से संतुष्ट
भाजपा ने 2014 के लोकसभा चुनावों में अपना दल के साथ एक समझौता किया था और अपना दल की नेता अनुप्रिया पटेल, (जो अब केंद्रीय मंत्री हैं) ने पीएम कैंडीडेट नरेंद्र मोदी का वाराणसी में समर्थन किया था। और कुर्मी समुदाय से उन्हें वोट देने की अपील की थी। इसी तरह 2017 के यूपी चुनावों में, बीजेपी ने SBSP के साथ एक समझौता किया, जिसते चलते यूपी की कई पूर्वी सीटों पर अपनी रणनीतिक उपस्थिति दर्ज कराई। अपना दल के यूपी से दो सांसद है और 2017 के यूपी चुनाव में उनके नौ उम्मीदवार जीते थे, जबकि एसबीएसपी के चार उम्मीदवार विधायक बने थे।
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बीजेपी ने इन लोगों की नियुक्ति
रविवार को अपना दल के 9 सदस्यों को विभिन्न सरकारी निकायों में समायोजित किया गया। उनमें से दो, राम लखन पटेल और रेखा वर्मा को राज्य मंत्री दर्जा दिया गया है और दो अन्य को राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग का सदस्य नियुक्त किया गया है। इसके अलावा, ओम प्रकाश राजभर के पुत्र अरविंद राजभर को लघु उद्योग निगम का प्रमुख बनाया गया है, जबकि राणा अजीत सिंह को बीज विकास निगम का प्रमुख बनाया गया है। दोनों को राज्य मंत्री के बराबर का दर्जा दिया गया है। भाजपा कई महत्वपूर्ण पार्टी के सदस्यों जैसे कि, जेपीएस राठौर, यूपी बीजेपी उपाध्यक्ष को भी यूपी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया। राठौर पार्टी के चुनाव प्रबंधन प्रकोष्ठ के सदस्य हैं और अवध क्षेत्र के प्रभारी भी हैं।
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