पार्टी नेताओं से बोले नीतीश कुमार, सीटों का बंटवार हो गया, पर राज को राज रहने दो
पटना। बीजेपी और जेडीयू के बीच लंबे समय से सीट बंटवारे को लेकर चला रहा टकराव अब थम गया है। खबर है कि जेडीयू की बैठक में खुद नीतीश कुमार ने पार्टी नेताओं को इस बारे में जानकारी दी है। उन्होंने पार्टी के नेताओं को सलाह दी है कि वे लोकसभा चुनाव 2019 में सीट बंटवारे के मुद्दे को लेकर संतुष्टि का भाव बनाए रखें, क्योंकि दोनों दलों के बीच जो बातचीत हुई है, उससे वह संतुष्ट हैं। नीतीश कुमार ने बीजेपी के साथ सीट बंटवारे को सम्माजनक करार दिया। मतलब उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि पार्टी ने अपनी शर्तों पर समझौता किया है। हालांकि, बैठक के दौरान नीतीश कुमार ने यह नहीं बताया कि बीजेपी के साथ कितनी सीटों पर बात बनी है। बीजेपी और जेडीयू के बीच कितनी सीटों पर सहमति बनी है, इसका ऐलान इसी महीने किया जाएगा। बैठक में शामिल एक बीजेपी नेता ने कहा कि नीतीश कुमार ने पार्टी नेताओं को जानकारी दी है कि मिलजुल कर दोनों दलों ने मामला सुलझा लिया है। एक मंत्री ने तो यहां तक बताया कि 15 सीटों पर बात बन गई है, लेकिन एक सीट पर अब भी पेंच फंसा है।
नीतीश कुमार की पार्टी नेताओं को नसीहत- राज को राज रहने दो
नीतीश कुमार ने पार्टी नेताओं को सीट बंटवारे का मामला सुलझने की बात जरूर कहीं, लेकिन बड़ी गोपनीयता के साथ इशारों-इशारों में अपनी बात को रखा। नीतीश कुमार ने यहां तक कहा कि उन्होंने सीट बंटवारे की बातचीत को बेहद गुप्त रखा है। नीतीश कुमार ने दावा किया कि उनके बेहद करीबी लोगों को भी यह नहीं मालूम है कि आखिर कितनी सीटों पर बात बनी है। उन्होंने पार्टी नेताओं से यह भी कहा कि वे इस मुद्दे पर बयानबाजी करने से बचें।
सीटों पर विवाद हल करने के लिए अमित शाह खुद गए थे पटना
जुलाई में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह सीट बंटवारे के मुद्दे पर बातचीत के लिए खुद पटना गए थे। जहां उन्होंने नीतीश कुमार के साथ ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर के दौरान सीट बंटवारे पर बात की थी। हालांकि, इस मुलाकात के बाद भी नीतीश कुमार की नाराजगी की खबरें लगातार आ रही थीं, लेकिन अब लगता है कि उनकी नाराजगी दूर हो गई है।
20-12 के फार्मूले पर भड़क गई थी जेडीयू
कुछ दिनों पहले खबर आई थी कि बीजेपी ने जेडीयू के सामने 20-12 का फार्मूला पेश किया था, जिस पर वह नाराज हो गई थी। इस फार्मूले के मुताबिक, बिहार में बीजेपी के खाते में 40 में से 20 सीटों आईं, जबकि जेडीयू को 12 सीटें, रामविलास पासवान की एलजेपी पार्टी को छह सीटें और उपेंद्र कुशवाहा की आरएलएसपी पार्टी को दो सीटें देने का प्रस्ताव था। बिहार में कुल 40 लोकसभा सीटें हैं।