उग्र विरोध प्रदर्शनों के आगे झुकी हांगकांग की सरकार, वापस लिया विवादित बिल
हांगकांग। हांगकांग सरकार के खिलाफ लंबे समय से चल रहे उग्र पदर्शन के आगे आखिरकार वहां की सरकार को घुटने टेकने पड़े। बुधवार को हांगकांग सरकार ने विवादित प्रत्यर्पण बिल को वापस ले लिया है। पांच महीने से लोगों ने इस बिल के खिलाफ सड़क पर प्रदर्शन किया, एक रिपोर्ट में यह आशंका जताने के बाद कि हांगकांग के प्रमुख कार्यकारी अधिकारी कैरी लैम पर गाज गिर सकती है उसी समय इस बिल को सरकान ने वापस लिया गया।
हांगकांग के प्रमुख कार्यकारी अधिकारी कैरी लैम ने ही बुधवार को बिल वापस लिए जाने की घोषणा की। यह जानकारी सुरक्षा सचिव जॉन ली ने शहर की विधायिका को बताया । बता दें बिल के खिलाफ हांगकांग में 20 सप्ताह से हिंसक प्रदर्शन जारी है, ऐसे में चीन भी इसका राजनीतिक समाधान खोज रहा था। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, हांगकांग की विधायिका ने विवादास्पद पत्यर्पण बिल को वापस लेने का फैसला लिया है।
यह कदम विधान परिषद में मुख्य कार्यकारी के संबोधन के दौरान विरोध प्रदर्शन के कारण एक हफ्ते की देरी से उठाया। हांगकांग में चल रहे विरोध प्रदर्शन पर ब्रिटेन, अमेरिका समेत कई देशों ने चिंता जताई लेकिन चीन ने साफ शब्दों में कहा कि यह उसका आंतरिक मामला है वह किसी अन्य देश की दखलंदाजी नहीं चाहता। बता दें, इस विधेयक में प्रावधान था कि चीन से भागे किसी भी व्यक्ति को वापस उसे प्रत्यापित कर दिया जाएगा।
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इस विधेयक पर भड़के लोगों ने लाखों की संख्या में हांगकांग की सड़क पर उतर के विरोध प्रदर्शन किया। चीन सरकार के सामने यह बड़ी समस्या बनकर उभरा है। बता दे, वर्ष 1997 में हांगकांग को ब्रिटेन से आजादी मिली थी, अंग्रेजों ने जाते समय हांगकांग को चीन के हवाले कर दिया था।