पंचकूला हिंसा में हनीप्रीत के खिलाफ नहीं तय हो सके आरोप
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नई दिल्ली। डेरा सच्चा सौदा के मुखिया गुरमीत राम रहीम को तमाम लड़कियों के साथ दुष्कर्म के मामले में जेल की सजा सुनाई गई है और वह जेल की सलाखों में बंद है। राम रहीम की करीबी हनीप्रीत भी पुलिस की गिरफ्त में है और वह जेल की सजा काट रही है। हनीप्रीत व अन्य तमाम आरोपियों के खिलाफ पंचकूला में हिंसा भड़काने का आरोप है, इस मामले में कोर्ट आज सुनवाई करेगी। हनीप्रीत के अलावा 15 अन्य आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने पहले ही चार्जशीट दाखिल कर चुकी है। कोर्ट में पेशी के लिए हनीप्रीत पंचकुला अदालत पहुंची थी, लेकिन कोर्ट ने आज उनके खिलाफ आरोप तय नहीं किए हैं।
एसआईटी की ओर से जो चार्जशीट दायर की गई है, वह 1200 पन्ने की है, लेकिन बचाव पक्ष की ओर से वकीलों का कहना है कि हमे सिर्फ 150 पेज ही मिले है। बचाव पक्ष के विरोध की वजह से कोर्ट आरोपियों के खिलााफ आरोप नहीं तय कर सकी। वहीं चार आरोपी जमानत पर बाहर हैं, उनके खिलाफ भी एसआईटी ने जमानत याचिका को रद्द करने की याचिका दायर की है, जिसपर 19 जनवरी को सुनवाई होगी।
हनीप्रीत के अलावा कोर्ट में आज तमाम आरोपी पेश होंगे। हनीप्रीत पर आरोप है कि जब राम रहीम के खिलाफ कोर्ट ने पिछले वर्ष 25 अगस्त को फैसला सुनाया था तो कई जगह पर हिंसा भड़क गई थी, इसके पीछे हनीप्रीत का हाथ था। हनीप्रीत के अलावा अन्य आरोपियों के खिलाफ एसआईटी ने 979 पेज का आरोप पत्र दाखिल किया था। पुलिस ने इनपर राजद्रोह, हिंसा फैलान व आपराधिक साजिश रचने का आरोप लगाया है।
डेरा प्रमुख राम रहीम की गिरफ्तारी के बाद हनीप्रीत 38 दिन तक फरार थी, जिसके बाद वह पुलिस की गिरफ्त में आई थी। आपको बता दें कि हनीप्रीत का असली नाम प्रियंका और तनेजा है। मौजूदा समय में हनीप्रीत अंबाला स्थित केंद्रीय कारागार में बंद है।