जेपी नड्डा के काफिले पर हमला: गृह मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल के DGP और मुख्य सचिव को किया तलब- सूत्र
नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और पार्टी के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय के काफिले पर हमले के बाद से एक नया विवाद खड़ा हो गया है। गृह मंत्रालय के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल के डीजीपी और राज्य में कानून एवं व्यवस्था, मुख्य सचिव को तलब किया है। इसके साथ ही मंत्रालय को राज्यपाल से वो रिपोर्ट भी मिल गई है, जो कानून एवं व्यवस्था की स्थिति को लेकर मांगी गई थी।
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दरअसल गुरुवार को जेपी नड्डा और कैलाश विजयवर्गीय के कैफिले पर कुछ लोगों ने पथराव कर दिया था। ये काफिला डायमंड हार्बर की ओर जा रहा था। जो प्रदर्शनकारी नड्डा के बंगाल दौरे का विरोध कर रहे थे, उन्होंने पहले तो उनके काफिले को रोकने की कोशिश की और फिर गाड़ी पर पथराव करना शुरू कर दिया। इस दौरान कैलाश विजयवर्गीय की गाड़ी का शीशा भी टूट गया। वह बाल बाल बच गए लेकिन उनके हाथ में छोटी सी चोट आई है। ये दोनों ही नेता पार्टी कार्यकर्ताओं की एक बैठक के लिए दक्षिण 24 परगना जा रहे थे। इस हमले के लिए भाजपा सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) को जिम्मेदार बता रही है।
इसे लेकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी ट्वीट किया था। अपने ट्वीट में उन्होंने कहा, 'तृणमूल शासन में बंगाल अत्याचार, अराजकता और अंधकार के युग में जा चुका है। टीएमसी के राज में पश्चिम बंगाल के अंदर जिस तरह से राजनीतिक हिंसा को संस्थागत कर चरम सीमा पर पहुंचाया गया है, वो लोकतांत्रिक मूल्यों में विश्वास रखने वाले सभी लोगों के लिए दु:खद भी है और चिंताजनक भी।'
वहीं पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा है, 'मुख्यमंत्री को संविधान का पालन करना होगा। वह अपने पथ से हट नहीं सकतीं। राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति लंबे समय से लगातार बिगड़ रही है। कल हुई घटनाएं सबसे दुर्भाग्यपूर्ण हैं। वह हमारे लोकतांत्र पर एक धब्बा हैं।' इससे पहले धनखड़ ने एक ट्वीट में कहा था, 'अराजकता की भयावह रिपोर्टों से चिंतित हूं। भाजपा अध्यक्ष के काफिले पर हमला किया गया है और पश्चिम बंगाल की पुलिस ने इसका समर्थन किया... मुझे आपपर (ममता बनर्जी) शर्म आ रही है क्योंकि ये आपकी चूक और आपकी कमीशन के कारण हुआ है।'
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