बंगाल की कानून-व्यवस्था को लेकर गृह मंत्रालय ने जताई चिंता, बैठक कर अधिकारियों को दिए निर्देश
नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्रालय (Home Ministry) ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल (West Bengal) के वरिष्ठ प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक की। इस दौरान मंत्रालय ने राज्य की कानून-व्यवस्था को लेकर अपनी चिंता व्यक्त की। करीब डेढ़ घंटे चली इस बैठक ने राज्य के डीजीपी और मुख्य सचिव ने बताया कि उनकी ओर से सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। इसके लिए प्रर्याप्त संख्या में उनके पास बल भी मौजूद है। बैठक के दौरान अमित शाह के बंगाल दौरे को लेकर भी चर्चा हुई।
सूत्रों के मुताबिक बैठक में बंगाल के अधिकारियों ने बताया कि किसी भी घटना के बाद उनकी पुलिस तुरंत कार्रवाई करती है। वहीं जेपी नड्डा (JP Nadda) के काफिले पर जब हमला हुआ तो वहां पर्याप्त संख्या में पुलिस के जवान तैनात थे। फिर भी पुलिस इस मामले की जांच कर रही है। साथ ही कई लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है। अधिकारियों ने गृह मंत्रालय को ये भी बताया कि राज्य सरकार और पुलिस समय-समय पर ये सुनिश्चित करने के लिए तैयारी करती रहती है कि वहां पर कोई अप्रिय घटना ना हो।
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वहीं बैठक में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बंगाल के शीर्ष अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि राज्य में कानून और व्यवस्था सही रहनी चाहिए। साथ ही कहा कि शनिवार को केंद्रीय गृहमंत्री बंगाल के दौरे पर पहुंच रहे हैं। ऐसे में उनके लिए पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम किए जाएं। गृह मंत्रालय पहले ही नड्डा के काफिले पर हुए हमले को लेकर राज्य सरकार के सामने नाराजगी व्यक्त कर चुका है।
CRPF
ने
लिखी
थी
चिट्ठी
इससे
एक
दिन
पहले
सीआरपीएफ
ने
भी
बंगाल
पुलिस
को
पत्र
लिखा
था।
अपने
पत्र
में
सीआरपीएफ
ने
कहा
कि
नड्डा
के
काफिले
पर
जब
हमला
हुआ
तो
उस
दौरान
वहां
पर
पर्याप्त
संख्या
में
जवान
नहीं
तैनात
थे।
शनिवार
को
गृहमंत्री
अमित
शाह
जा
रहे
हैं।
ऐसे
में
बंगाल
पुलिस
पूरी
तरह
से
सहयोग
करे
और
पर्याप्त
संख्या
में
जवानों
की
तैनाती
हो।
वहीं
नड्डा
पर
हमले
के
बाद
केंद्र
ने
बंगाल
में
तैनात
तीन
आईपीएस
अधिकारियों
को
केंद्रीय
प्रतिनियुक्ति
पर
बुलाया
लिया।
साथ
ही
राज्य
सरकार
से
उनको
रिलीव
करने
को
कहा
गया
है।
इस
पर
भी
ममता
और
केंद्र
सरकार
के
बीच
टकरार
जारी
है।