लिपोमा (Lipoma) कौन सी बीमारी है, जिसका हुआ अमित शाह का ऑपरेशन?
अहमदाबाद। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह बुधवार को अहमदाबाद के एक अस्पताल में भर्ती हुए। जहां डॉक्टरों ने एक माइनर सर्जरी के बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। जानकारी के मुताबिक, सुबह करीब 9 बजे अमित शाह अस्पताल पहुंचे। अहमदाबाद के केडी अस्पताल ने बताया कि अमित शाह की गर्दन के पिछले हिस्से में लिपोमा का सफलतापूर्वक ऑपरेशन हुआ। माइनर ऑपरेशन के बाद उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया। आखिर कौन सी बीमारी है लिपोमा, जिसका अमित शाह ने ऑपरेशन करवाया है, बताते हैं आगे।
अहमदाबाद के केडी अस्पताल में अमित शाह की सर्जरी
लिपोमा, स्किन के नीचे एक लंप या गांठ का बनना कहलाता है जो कि वसा कोशिकाओं की जरूरत से ज्यादा ग्रोथ की वजह से बनती है। ये गांठ नॉन कैंसरस होती है। दर्द और अन्य तरह की परेशानी पैदा होने पर मरीज उसे हटाना ही ठीक समझते हैं। कई बार स्किन पर ये उभार, देखने में अच्छे नहीं लगते और इस वजह से भी लोग ऑपरेट करा देते हैं।
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अमित शाह ने कराया 'लिपोमा' की सर्जरी
लिपोमा या गांठ शरीर के किसी भी अंग पर हो सकती है, जहां भी फेट्स सेल्स मौजूद रहते हैं। हालांकि ये ज्यादातर कंधे, गर्दन, छाती जांघों और अंडर आर्म के हिस्से में बनती हैं। कुछ केसों में ये कुछ अंदरूनी अंगों, हड्डियों और मांसपेशियों में भी बन जाती हैं।
स्किन के नीचे एक लंप या गांठ का बनना 'लिपोमा' कहलाता है
जब ऐसी गांठों पर दबाव डाला जाता है तो ये सॉफ्ट गांठ स्किन के अंदर धंसती सी नजर आती हैं। इनकी ग्रोथ धीरे-धीरे कई महीनों या सालों में होती है। अमूमन ये गांठें 2-3 सेमी तक होती है लेकिन कभी-कभी किसी मरीज में ये 10 सेमी तक का आकार ले लेती हैं।
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