अस्पताल का दौरा करने के बाद गृहमंत्री अमित शाह ने दिए निर्देश, दिल्ली के कोविड वार्ड में लगेंगे सीसीटीवी
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस (कोविड-19) के बढ़ते मामलों से निपटने के लिए केंद्र सरकार ने कमर कस ली है। गृहमंत्री अमित शाह ने पहले सर्वदलीय बैठक बुलाई और उसके बाद दिल्ली के एलएनजेपी (लोक नायक जय प्रकाश) अस्पताल का दौरा किया। गृहमंत्री ने आदेश दिया है कि दिल्ली के सभी अस्पतालों के कोरोना वायरस वार्ड में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं। अस्पताल का दौरा करने के बाद शाह ने दिल्ली के मुख्य सचिव से कहा कि सभी अस्पतालों के कोरोना वायरस वार्ड में सीसीटीवी कैमरे लगवाए जाएं, ताकि उचित निगरानी हो सके।
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गृहमंत्री अमित शाह ने अधिकारियों से ये भी कहा है कि वैकल्पिक कैंटीन स्थापित की जाएं, ताकि अगर कोरोना संक्रमण निकलने पर किसी को बंद भी करना पड़े, तो भी मरीजों को बिना किसी रुकावट के खाना मिलता रहे। आने वाले महीनों में राजधानी में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने का खतरा है, इससे निपटने के लिए गृहमंत्री लगातार बैठक कर रहे हैं। दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा था कि यहां जुलाई के आखिर में 5.5 लाख मामले हो जाएंगे और 80 हजार बेड की जरूरत पड़ेगी।
रविवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ बैठक के बाद शाह ने कहा था, 'दिल्ली में कोरोना से संक्रमित मरीजों के लिए बेड की कमी को देखते हुए केंद्र की मोदी सरकार ने तुरंत 500 रेलवे कोच दिल्ली को देने का निर्णय लिया है। इन रेलवे कोच से न सिर्फ दिल्ली में 8000 बेड बढ़ेंगे बल्कि यह कोच कोरोना संक्रमण से लड़ने के लिए सभी सुविधाओं से लेस होंगे।' इसके बाद फिर सोमवार को सर्वदलीय बैठक हुई। इसके साथ ही कोरोना जांच बढ़ाने का फैसला भी लिया गया है।
बता दें सुप्रीम कोर्ट ने कोरोना वायरस महामारी की स्थिति को ठीक से ना संभालने को लेकर दिल्ली सहित कई राज्यों को लेकर चिंता जाहिर की थी। शुक्रवार को ही सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली, तमिलनाडु, महाराष्ट्र और बंगाल जैसे राज्यों के लिए कहा था, 'कोविड-19 मरीजों के साथ जानवरों से भी बदतर व्यवहार किया जा रहा है। एक मामला तो ऐसा भी है, जहां एक शव कूड़ेदान में मिला। मरीज मर रहे हैं और कोई उन्हें देखने वाला नहीं है।'
इस दौरान दिल्ली की स्थिति को और भी ज्यादा खराब बताया गया था। हाल ही में देश के कई अस्पतालों पर सवाल खड़े हुए थे, कहीं घंटो तक शव पड़े रहे तो कहीं मरीज को भर्ती करने से इनकार कर दिया गया है। सोशल मीडिया पर ऐसे कई वीडियो क्लिप भी वायरल हुए, जिनमें निजी अस्पतालों ने लोगों से इलाज के लिए अधिक पैसा तक मांगा।
Under PM @NarendraModi ji’s decisive leadership, India is resolutely and collectively fighting against the Covid-19 global pandemic.
PM Modi’s government will leave no stone unturned to help our people in need.
Sharing some pictures of my visit to LNJP hospital in Delhi. pic.twitter.com/57U5jejl8T
— Amit Shah (@AmitShah) June 15, 2020
सिक्किम:
कोरोना
संक्रमित
और
असंक्रमित
महिलाओं
ने
की
बच्चों
की
अदला
बदली,
जानिए
वजह