अपनी मांगों को लेकर गृह मंत्री अमित शाह से सिर्फ 'हां या नहीं' में चाहते हैं जवाब: किसान नेता
नई दिल्ली। केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले दो सप्ताह से दिल्ली की सीमाओं पर हजारों की संख्या में किसान धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी क्रम में आज किसान संगठनों देशभर में 'भारत बंद' का आह्वान किया। इस बीच किसानों की समस्याओं को सुनने के लिए गृह मंत्री अमित शाह आज किसान नेताओं से मुलाकात करेंगे। बता दें कि कृषि कानूनों को लेकर किसान और सरकार के बीच पांच दौर की वार्ता हो चुकी है लेकिन अभी तक कोई समाधान या बीच का रास्ता नहीं निकाला जा सका है। 9 दिसंबर को छठे दौर की बैठक होगी। किसान संगठन कृषि कानूनों को वापस लेने पर अड़े हुए हैं।
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केंद्र सरकार के साथ कई दौर की वार्ता के बाद किसान अब सरकार से बातचीत नहीं करना चाहते। उन्होंने सरकार से सिर्फ हां और ना में जवाब मांगा है। किसानों का कहना है कि सरकार ने उनकी मांगे नहीं मानी तो वह एक साल तक इसी तरह दिल्ली की सीमाओं पर बैठे रहेंगे। मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के दौरान भी किसान कृषि कानूनों को रद्द किए जाने की मांग करेंगे। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अमित शाह से मिलने पर किसान उनसे अपनी मांगों के लिए सिर्फ 'हां या नहीं' में जवाब की मांग करेंगे।
सिंधु सीमा पर एक संवाददाता सम्मेलन में किसान नेता रूद्र सिंह मनसा ने कहा, 'आज की बैठक में हम गृह मंत्री अमित शाह से सिर्फ 'हां' या 'नहीं' की मांग करेंगे।' मनसा ने दावा किया कि केंद्र सरकार 'भारत बंद' के सामने झुक गई है। किसान नेता के मुताबिक आज बुलाए गए भारत बंद का असर देखने को मिला है। किसानों का 'भारत बंद' विरोध प्रदर्शन सफल रहा है, 25 राज्यों में इसका प्रभाव है। एक अन्य नेता गुरनाम सिंह चढुनी ने कहा कि 'भारत बंद' सफल है और केंद्र सरकार अब जानती है कि उनके सामने अब कोई रास्ता नहीं है।
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