आतंकी संगठन में शामिल हुआ IPS ऑफिसर का डॉक्टर भाई, बनाया गया कमांडर
श्रीनगर। जम्मू कश्मीर में रविवार को अलगाववादियों ने आतंकवादी बुरहान वानी की मौत की दूसरी बरसी मनाई। इस दौरान कश्मीर में बंद रहा। रविवार को हिजबुल ने बुरहान की बरसी पर कश्मीर के रहने वाले एक आईपीएस अधिकारी के भाई की फोटो जारी की, जिसने हाल ही में आतंकी संगठन को ज्वॉइन किया था। इस युवक की शिनाख्त शमसुल हक मेंगनू के तौर पर हुई है। वह बीयूएमएस (बैचलर आफ यूनानी मेडिसन एंड सर्जरी) का छात्र है।
इस नए रंगरूट को कोड नाम 'बुरहान सानी' दिया है
हिजबुल मुजाहिदीन ने रविवार को सोशल मीडिया की पर कई अन्य आतंकियों की फोटो भी जारी की है। बुरहान की बरसी पर भर्ती की गई इस नई फौज की फोटो जारी कर हिजबुल ने यह संदेश देने की कोशिश की है कि बुरहान उनका हीरो था। युवा आतंकी की तस्वीर भी सोशल मीडिया पर जारी की गई है। हाथ में एके 47 के लिए इस तस्वीर में उसके रैंक का भी उल्लेख है। हालांकि आधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि नहीं हुई है।
वह मई में घर से लापता हो गया था
हिजबुल ने अपने इस नए रंगरूट को कोड नाम 'बुरहान सानी' या बुरहान द्वितीय दिया है। मेंगनू के भाई इनामुल हक 2012 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं, जो नॉर्थ ईस्ट में तैनात हैं। शोपियां जिले के रहने वाला शमसुल हक श्रीनगर के जकूरा के सरकारी कालेज में बीयूएमएस का छात्र था। वह मई में घर से लापता हो गया था। शोपियां जिले के रहने वाला शमसुल हक श्रीनगर के जकूरा के सरकारी कालेज में बीयूएमएस का छात्र है। वह मई में घर से लापता हो गया था।
इस साल छह महीनों के भीतर 50 से अधिक कश्मीरी युवक आतंकी बने
इससे पहले रविवार को डोडा जिले के आबिद भट नामक युवक के भी आतंकियों के साथ जाने की आशंका जताई गई। इस मामले में डोडा के एसएसपी का कहना है, 'हमें सोशल मीडिया के जरिए जानकारी मिली है कि 30 जून से लापता आबिद भट नाम के शख्स ने आतंकी संगठन का रुख किया है। वहीं अप्रैल में शोपियां जिले से मीर इदरीश सुल्तान नामक एक सिपाही गायब हो गया था। बाद में सामने आया कि वह जम्मू-कश्मीर में सक्रिय आतंकवादी संगठन हिज्बुल मुजाहिदीन में शामिल हो गया है। इस साल छह महीनों के भीतर 50 से अधिक कश्मीरी युवक हिजबुल मुजाहिदीन में शामिल हो गए हैं, जो सुरक्षाबलों के लिए एक चिंता का विषय है।