इस हफ्ते के तीन बड़े फैसले जो इतिहास के पन्नो में दर्ज किए जाएंगे
नई दिल्ली। आजादी के बाद शायद यह पहला मौका होगा जब एक ही हफ्ते में तीन ऐतिहासिक फैसले सुनाए गए हैं। सबसे पहले शीर्ष अदालत ने 22 अगस्त को तीन तलाक को असंवैधानिक करार दिया था, जबकि इसके अगले ही दिन निजता के अधिकार पर फैसला सुनाते हुए सुप्रीम कोर्ट ने इसे नागरिकों का मौलिक अधिकार माना। वहीं आज बाबा रहीम को सीबीआई कोर्ट ने दोषी करार दिया है। सीबीआई कोर्ट ने भी साध्वी यौन शोषण मामले में बाबा राम रहीम को दोषी करार दिया है। हालांकि कोर्ट ने सजा का फैसला सोमवार तक के लिए टाल दिया है। बाबा पर आए फैसले को इसलिए भी प्रमुख माना जा रहा क्योंकि इस फैसले के बाद हुए हिंसक प्रदर्शन में अभी तक 25 लोगों की मौत हो गई है जबकि50 से अधिक लोग घायल हुए हैं।
जाने उन तीन फैसलों के बारे में जो ऐतिहासिक हैं.
1. तीन तलाक
सुप्रीम कोर्ट ने इस हफ्ते तीन तलाक को असंवैधानिक करार दिया है। सदियों से चली आ रही तीन तलाक की परंपरा को खत्म कर कोर्ट ने एतिहासिक फैसला दिया। हालांकि मुस्लिमों संगठनों ने इस फैसले के विरोध किया। इस प्रथा में मुस्लिम महिलाओं को पति एसएमएस और फोन पर ही तलाक दे रहे थे। जो कि मुस्लिम महिलाओं के लिए किसी नरक से कम नहीं था। कोर्ट ने तीन-दो के बहुमत से फैसला देते हुए कहा कि एक साथ तीन तलाक संविधान में दिए गए समानता के मौलिक अधिकार का हनन है।
2. निजता का अधिकार
'राइट टू प्राइवेसी' पर SC का बड़ा फैसला भी इसी हफ्ते आया। जिसमें सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि ये नागरिकों का मौलिक अधिकार है। आधार कार्ड योजना को दी गई चुनौती पर सुप्रीम कोर्ट ने ये फैसला सुनाया है। 9 जजों की पीठ ने सर्वसम्मति से आधार की सूचना लीक ना करने का फैसला सुनाया, साथ ही कहा कि निजता की सीमा तय करना संभव नहीं है।
3. बाबा राम रहीम यौन शोषण मामला
साध्वी यौन शोषण मामले में डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को पंचकूला की सीबीआई अदालत ने दोषी करार दिया है। साल 2002 में साध्वी से रेप मामले पर सुनवाई के बाद बाबा दोषी करार दिए गए। हाईकोर्ट के फैसले के बाद पंजाब, हरियाणा समेत दिल्ली को आग में झोंक दिया गया है। इसके चलते 25 लोगों की मौत हो गई जबकि 50 से अधिक लोग घायल हो गए। जिससे यह मामला काफी बड़ा हो गया है।