रंजीत बच्चन की पत्नी बोलीं- हिंदुत्व को कमजोर करने के लिए की गई हत्या, मोदी-योगी शेर हैं फिर भी...
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के सबसे पॉश इलाके हजरतगंज में हिंदू महासभा के अध्यक्ष रंजीत बच्चन की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई। बच्चन रविवार सुबह अपने मौसेरे भाई आदित्य श्रीवास्तव के साथ मॉर्निंग वॉक पर निकले थे। इसी दौरान बाइक एक हमलावर ने उनके सिर पर गोली मार दी और घटना स्थल से फरार हो गया। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। पुलिस को वो सीसीटीवी फुटेज भी मिल गया है जिसमें संदिग्ध नजर आ रहा है। पुलिस ने फोटो और वीडियो को सार्वजनिक कर दिया है ताकि आरोपी को पकड़ने में मदद और जानकारी मिल सके। इस बीच रंजीत बच्चन की पत्नी कालिंदी का भी बयान सामने आया है। कालिंदी ने कहा है कि उनके पति रंजीत को काफी दिनों से जान से मारने की धमकियां मिल रही थीं।
Recommended Video
हिंदुत्व को कमजोर करने के की गई रंजीत की हत्या
कालिंदी ने बताया कि हिंदुत्व को कमजोर करने के लिए उनके पति रंजीत की हत्या की गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि इसी के चलते हिंदू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी की हत्या की गई थी। कालिंदी ने बताया कि रविवार को रंजीत बच्चन का जन्मदिन था और सुबह हवन करने के बाद वे कुछ लोगों से मिलने निकले थे। दिन में उन्हें नागरिकता कानून का लेकर एक रैली को संबोधित करना था। कालिंदी ने यूपी कानून व्यवस्था पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि मोदीजी, योगीजी कैसे हिंदुत्व की रक्षा करेंगे।
रंजीत कहा करते थे- मोदी-योगी शेर हैं, डर कैसा
कालिंदी ने बताया कि रंजीत हमेशा कहा करते थे ‘मोदी शेर है, योगी शेर है', उनके शासन में हिंदू को डरने की जरूरत नहीं। कालिंदी ने बताया कि इसी के चलते रंजीत ने मिल रही धमकियों के लिए पुलिस में शिकायत नहीं दर्ज करवायी थी और उनके साथ ऐसा हुआ। कालिंदी ने कहा हमने कुछ साल पहले अपना बच्चा खो दिया था और अब, मुझे एक और असहनीय पीड़ा हुई है।" बच्चन की पत्नी ने कहा कि इस नृशंस हत्या के अपराधियों को जल्द गिरफ्तार किया जाना चाहिए और उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।
कालिंदी ने सीएम योगी से की ये मांग
रंजीत बच्चन की पत्नी कालिंदी निर्मल शर्मा ने योगी सरकार से 50 लाख रुपये सहित कई मांगे रखी हैं। कालिंदी निर्मल शर्मा ने कहा कि मेरे पास रहने के लिए कोई घर नहीं है। सरकार मेरे लिए एक आवास की व्यवस्था व सरकारी नौकरी का इंतजाम करवा दे। उन्होंने असलहे को भी रिन्यू करने की मांग रखी। इसके पहले हजरतगंज स्थित आवास पर जब रणजीत बच्चन का शव लाया गया तो वह बिलख पड़ी और मीडिया से कहा कि मैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से यही कहना चाहती हूं कि हिंदुत्व का आपका एक सिपाही चला गया है। उसे कफन में एक भगवा कपड़ा दे दीजिए। मैं समाज सेवा करती थी और जो भी मिलता था उसे समाज में लगा देती थी। उन्होंने कहा कि हम लोग मुख्यमंत्री योगी की कोई खिलाफत नहीं करते थे। हिंदुओं को जगाते थे सोशल काम करते थे। घरों से कपड़े इकट्ठा कर गरीब बच्चों को देते थे यही हमारा काम था। कहा कि मैं चाहती हूं कि मेरा असलहा सरकार रिन्यूअल करवा दे। मेरे रहने की कोई जगह उपलब्ध करवा दें। मेरे रोजगार की व्यवस्था करने के साथ ही मेरी आर्थिक मदद कर दें। मेरे पास कुछ भी पैसा नहीं है। परिजनों ने सरकार से 50 लाख रुपये मुआवजा, सरकारी नौकरी और आवास समेत कई मांगे रखी।
कमलेश तिवारी हत्याकांड रहा था सुर्खियों में
बता दें कि पिछले साल 18 अक्टूबर को एक अन्य हिंदूवादी नेता कमलेश तिवारी का लखनऊ में दिनदहाड़े मर्डर कर दिया गया था। इस मामले में यूपी पुलिस ने गुजरात एटीएस की मदद से इस मामले के दोनों मुख्य आरोपितों को राजस्थान बॉर्डर गिरफ्तार किया था। इनकी पहचान अशफाक शेख और मोइनुद्दीन पठान के रूप में हुई थी। अब रंजीत बच्चन हत्याकांड ने एक बार फिर यूपी की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
अमिताभ के बिग फैन थे हिंदू महासभा के अध्यक्ष रंजीत बच्चन, साइकिल से की थी 1.32 लाख KM की यात्रा