मुस्लिम पक्ष को भी मिलेगा भव्य राम मंदिर निर्माण में शामिल होने का बुलावा- हिंदू महासभा
नई दिल्ली- हिंदू महासभा के नेता स्वामी चक्रपाणि ने अयोध्या विवाद पर शनिवार को आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया है। चक्रपाणि ने कहा है कि "अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण के समय मुस्लिम पक्ष को भी बुलाया जाएगा।"
उन्होंने मुस्लिम पक्ष को अयोध्या में मस्जिद बनाने के लिए 5 एकड़ जमीन देने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले का भी पूरजोर स्वागत किया है। उनके मुताबिक, "मस्जिद के निर्माण के लिए मुस्लिमों को 5 एकड़ जमीन देने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले का हम स्वागत करते हैं। जब वे मस्जिद बनाएंगे तो हम वहां जाएंगे। मुस्लिम पक्ष को भी भव्य राम मंदिर के निर्माण के समय बुलाया जाएगा।"
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र को निर्देश दिया है कि वह अयोध्या में सुन्नी वक्फ बोर्ड को 5 एकड़ उपयुक्त जमीन मुहैया कराए और ट्रस्ट बनाकर मंदिर के निर्माण के लिए आवश्यक इंतजाम करे। फैसला पढ़ते हुए चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने कहा है कि, "केंद्र सरकार तीन से चार महीनों में एक ट्रस्ट गठित करने की योजना तैयार करेगी। वो ट्रस्ट के प्रबंधन और मंदिर निर्माण के लिए जरूरी व्यवस्था करेगी।"
स्वामी चक्रपाणी ने कहा है कि, "हमसब को सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का पालन करना चाहिए। अदालत ने राम लला के पक्ष में फैसला सुनाया है।" सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि अंदर और बाहरी प्रांगण ट्रस्ट के हवाले किया जाएगा।
गौरतलब है कि मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट बनाए जाने को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने जिस आर्टिकल 142 का इस्तेमाल किया है, उसमें उसे यह अधिकार है कि किसी ऐसे दुर्लभ मामले में जहां कानून से उसे कोई स्पष्ट रास्ता नहीं दिखाई देता, वह अपने विवेक का उपयोग कर सकता है।