हिंदू से ईसाई 'धर्मांतरण' का आरोप: एक गिरफ़्तार
मध्य प्रदेश के सतना में पुलिस ने एक व्यक्ति को धर्मांतरण के आरोप में गिरफ़्तार किया है.
मध्य प्रदेश के सतना में कथित धर्मांतरण को लेकर दो गुट आमने-सामने आ गए हैं.
पुलिस ने धर्मेंद्र कुमार डोहर नाम के एक शख़्स की शिकायत पर एम जॉर्ज नाम के एक व्यक्ति को धर्मांतरण के आरोप में गिरफ़्तार किया है.
जॉर्ज के अलावा पांच अज्ञात लोगों के ख़िलाफ़ भी मामला दर्ज किया गया है.
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'धर्म बदलने के लिए पांच हज़ार रुपये दिए'
घटना गुरुवार शाम की है जब ईसाइयों का एक दल सतना से लगे बाराकलां पंचायत क्षेत्र में कैरल गाने के लिए गया हुआ था.
बताया जा रहा है कि बजरंग दल के कार्यकर्ता वहां पुलिस के साथ पहुंच गए. उन्होंने आरोप लगाया कि ईसाइयों का समूह गांव के लोगों का धर्मांतरण करा रहा है.
धर्मेन्द्र कुमार ने आरोप लगाया कि पिछले दो साल से ईसाई लोग भूमकहर गांव में अपनी गतिविधियां चला रहे हैं.
धर्मेन्द्र ने एफ़आईआर में कहा कि, "ये लोग ईसाई धर्म में शामिल होने के लिए पैसों का लालच देते हैं और ईसा मसीह की पूजा करने के लिये प्रेरित करते हैं. इनके डर और लालच से मैंने धर्म परिवर्तन कर लिया."
धर्मेन्द्र ने आगे कहा कि इसके लिये उसे पांच हज़ार रुपये दिए गए.
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'थाने में खड़ी कार जला दी'
लेकिन फ़ादर अनीश इमैनुएल ने कहा, "ये सभी आरोप झूठे है. यह व्यक्ति बजरंग दल से ही ताल्लुक रखता है और उसी वजह से आरोप लगाए जा रहे हैं."
उन्होंने आगे कहा कि क्रिसमस से पहले कैरल गाया जाता है और गांव में जाकर शांति का संदेश दिया जाता है.
फ़ादर अनीश ने आरोप लगाया कि 'पुलिस की मौजूदगी में बजरंग दल के लोगों ने ईसाई लोगों की जमकर पिटाई की. उन लोगों की एक कार में भी आग लगा दी, जो पुलिस थाना परिसर में खड़ी थी.'
इस मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारी कमलेश कुमार ने बताया कि, "इस मामले में छह लोगों के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया गया है. एक ज्ञात और पांच अज्ञात हैं."
अज्ञात लोगों के ख़िलाफ़ ईसाई धर्म के लोगों की कार जलाने का मामला दर्ज किया गया है.
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लगातार बढ़ रहे हैं ऐसे मामले
स्थानीय पत्रकार संजय पयासी बताते हैं कि इस तरह के मामले पिछले कुछ साल में अचानक बढ़े हैं, जो बताता है कि यह सब सुनियोजित तरीक़े से हो रहा है.
संजय पयासी के मुताबिक़, "यहां पर सब अपना त्योहार ख़ुशी-ख़ुशी मनाते थे लेकिन अब वैसा नहीं रहा. यह बताता है कि इसके पीछे ध्रुवीकरण की मंशा है. यही वजह है कि ये मामले लगातार बढ़ रहे हैं."