मशहूर कवि और वरिष्ठ पत्रकार विष्णु खरे का निधन, हफ्ते भर पहले हुआ था ब्रेन हेमरेज
नई दिल्ली। हिंदी के प्रख्यात कवि, वरिष्ठ साहित्यकार, पत्रकार एवं दिल्ली हिंदी अकादमी के उपाध्यक्ष विष्णु खरे का बुधवार को दिल्ली के जीबी पंत अस्पताल में निधन हो गया। विष्णु खरे को तकरीबन दो हफ्ते पहले मयूर विहार स्थित हिंदुस्तान अपार्टमेंट में ब्रेन हैम्रेज हुआ था। ब्रेन हैम्रेज के समय वे घर में अकेले थे। जिसके बाद वे अस्पताल में भर्ती थे। ब्रेन हेमरेज की वजह से उनके शरीर का एक भाग पैरालेसिस से ग्रस्त था और वे कोमा में भी थे।
खरे को ब्रेन हेमरेज होने खबर मिले के बाद दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल उनका हाल लेने अस्पताल पहुंचे थे। उन्होंने 30 जून को ही अपना कार्यभार संभाला था। इससे पहले वह मुंबई में रहते थे, लेकिन गत दिनों दिल्ली हिंद अकादमी का उपाध्यक्ष बनने पर वह कुछ दिनों से दिल्ली ही रहने लगे थे। विष्णु खरे को नाइट ऑफ द व्हाइट रोज सम्मान, हिंदी अकादमी साहित्य सम्मान, शिखर सम्मान, रघुवीर सहाय सम्मान, मैथिलीशरण गुप्त सम्मान से नवाजा जा चुका है।
9 फरवरी 1940 को मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में जन्मे विष्णु खरे ने इंदौर के क्रिश्चियन कॉलेज से अंग्रेजी साहित्य में एमए करने के बाद हिंदी पत्रकारिता से अपने करियर की शुरुआत की। वे कुछ समय तक 'दैनिक इन्दौर' में उप संपादक रहे। बाद में उन्होंने दिल्ली, लखनऊ और जयपुर में नवभारत टाइम्स के संपादक का काम संभाला। वे टाइम्स ऑफ इंडिया में वरिष्ठ सहायक संपादक भी कार्यरत रहे।
इसके अलावा उन्होंने जवाहरलाल नेहरू स्मारक संग्रहालय तथा पुस्तकालय में दो साल तक वरिष्ठ अध्येता के रूप में भी काम किया। उन्होंने मशहूर ब्रिटिश कवि टीएस इलियट का अनुवाद किया जो पुस्तक रूप में मरु प्रदेश और अन्य कविताएं नाम से छपा।
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