कोरोना संकट के बीच हिमाचल की वादियों में क्यों लगा गाड़ियों का भीषण जाम
जिसका डर था वही हुआ, हिमाचल के पहाड़ों पर लगा गाड़ियों का लंबा जाम...
नई दिल्ली। कोरोना वायरस का संक्रमण रोकने के लिए पूरे देश में जब लॉकडाउन लगाया गया तो सबसे ज्यादा असर पर्यावरण पर देखने को मिला। गंगा समेत कई नदियों का पानी निखर गया और प्रदूषण घटने से लोगों ने खुलकर ताजी हवा में सांस ली। लेकिन जैसी आशंका जताई जा रही थी कि लॉकडाउन के हटते ही हालात फिर से पहले जैसे हो जाएंगे, धीरे-धीरे वो सही साबित हो रही है। इसकी झलक उस वक्त देखने को मिली, जब हिमाचल प्रदेश की खूबसूरत वादियों मे गाड़ियों का भीषण जाम लग गया।
लॉकडाउन हटते ही पहाड़ों पर आफत
हिमाचल प्रदेश सरकार ने अपनी नई गाइडलाइंस में पर्यटकों को कुछ शर्तों के साथ घूमने के लिए आने की परमिशन दी है। इस फैसले के बाद पड़ोसी राज्यों से बड़ी संख्या में पर्यटक हिमाचल आ रहे हैं, जिसकी वजह से पिछले कुछ दिनों से राज्य की सीमाओं और कई जिलों में गाड़ियों की लंबी कतारें लगी हुई हैं। दरअसल, कोरोना वायरस की महामारी के चलते हिमाचल पुलिस बैरिकेड लगाकर जरूरी कागजात चेक करने समेत बाकी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद ही वाहनों को आगे जाने दे रही है और रिजल्ट के तौर पर सड़कों पर दूर-दूर तक केवल गाड़ियां ही गाड़ियां नजर आ रही हैं।
शोघी पुलिस बैरियर पर कई सौ मीटर लंबा जाम
पिछले हफ्ते हिमाचल सरकार ने जो गाइडलाइंस जारी कीं, उनके मुताबिक जिन लोगों के पास होटल की एडवांस बुकिंग है और आईसीएमआर से मान्यता प्राप्त लेबोरेट्री से पिछले 72 घंटों के भीतर कराए गए कोरोना वायरस के टेस्ट की नेगेटिव रिपोर्ट है, वो लोग प्रदेश में घूमने के लिए आ सकते हैं। बुधवार को ही शिमला में शोघी पुलिस बैरियर पर नेशनल हाईवे-5 के एक तरफ वाहनों की कई सौ मीटर लंबी कतार देखने को मिली। इस बैरियर पर पुलिस बाहर से आने वाले पर्यटकों और स्थानीय लोगों को चेकिंग के बाद ही जिले में प्रवेश की इजाजत दे रही थी, जिसके चलते ये जाम लगा।
क्यों लग रहा है लंबा जाम
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, मामले को लेकर पुलिस और स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि दूसरे राज्यों से आने वाले पर्यटकों को मेडिकल स्क्रीनिंग, टेस्ट रिपोर्ट के वैरिफेकिशन, होटल की एडवांस बुकिंग और सरकार के एक पोर्टल पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के बाद ही आगे जाने दिया जा रहा है। इसके अलावा पुलिस बाहर से आने वाले हिमाचल के लोगों का भी रजिस्ट्रेशन कर रही है, ताकि उन लोगों को क्वारंटाइन और मेडिकल सर्विलांस की प्रक्रिया पूरी की जा सके। हालांकि इसमें उन स्थानीय लोगों को छूट है, जिनके पास 48 घंटे का पास है।
हिमाचल पुलिस का मामले पर क्या कहना है
वहीं, हिमाचल घूमने आए लोग जाम में फंसने के बाद सोशल मीडिया पर अपनी शिकायतें लिख रहे हैं। विवेक शर्मा नाम के शख्स ने शिमला पुलिस को टैग करते हुए अपने फेसबुक पेज पर लिखा है कि सोमवार को बैरियर पर गाड़ियों की तीन-चार लाइनें एक साथ लगा दी गईं, जिसकी वजह से लंबा ट्रैफिक जाम लग गया। इसपर पुलिस का कहना है, 'कुछ लोगों ने कानून-व्यवस्था बिगाड़ने की कोशिश की, जिसकी वजह से वहां जाम लगा और इसके लिए पुलिस को दोष नहीं दिया जाना चाहिए। उस दिन लोग पुलिस के साथ बहस कर रहे थे कि उन्हें बिना वैरिफिकेशन के लिए आगे जाने दिया जाए, जिसकी इजाजत हम लोग नहीं दे सकते।'
पर्यटकों के लिए ये हैं हिमाचल सरकार की गाइडलाइंस
1:- हिमाचल प्रदेश आने से कम से कम 48 घंटे पहले 'पर्यटक' कैटेगरी के अंर्तगत covidepass.hp.gov.in पर रजिस्ट्रेशन करना होगा।
2:- हिमाचल प्रदेश में प्रवेश के समय पिछले 72 घंटों के भीतर कराए गए कोरोना वायरस टेस्ट की नेगेटिव रिपोर्ट दिखानी होगी, जो आईसीएमआर से मान्यता प्राप्त लेबोरेट्री से कराई गई हो।
3:- किसी रजिस्टर्ड टूरिज्म यूनिट के जरिए कम से कम 5 दिनों की होटल की एडवांस बुकिंग हो।
4:- मोबाइल में आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड होना चाहिए।
5:- होटल में चेक-इन के वक्त थर्मल स्क्रीनिंग करानी होगी।
ये भी पढ़ें- 'सूरमा भोपाली' के निधन से सदमे में शोले के 'जय-वीरू', जानिए कैसे कहा उन्हें अलविदा