हिमाचल विधानसभा चुनाव:पहली बार VVPAT का इस्तेमाल,जानें क्या है VVPAT और कैसे करता है काम
नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने गुरुवार को हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया। चुनाव आयोग ने कहा कि 9 नवंबर को वोटिंग होगी और 18 दिसंबर को मतगणना की जाएगी। पहली बार सभी बूथों पर VVPAT मशीन का इस्तेमाल होगा। मुख्य चुनाव आयुक्त एके जोति ने कहा कि पहली बार हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में वीवीपैड का इस्तेमाल किया जाएगा। ऐसे में जानना बेहद अहम है कि आखिर ये वीवीपैड है क्या और ये कैसे काम करता है?
क्या है VVPAT
VVPAT
मतलब
वोटर
वेरीफाइड
पेपर
ऑडिट
ट्रेल।
ये
एक
तरह
की
मशीन
है
जो
ईवीएम
से
जुड़कर
जाती
है
और
जब
कोई
भी
शख्स
ईवीएम
से
अपना
वोट
डालता
है
तो
इस
मशीन
में
वह
उस
प्रत्याशी
का
नाम
भी
देख
सकता
है,
जिसे
उसने
वोट
दिया
है।
हाल
के
विधानसभा
चुनावों
में
ईवीएम
में
गड़बड़ी
के
आरोप
लगे
थे।
चुनाव
आयोग
पर
भी
उंगलियां
उठी
थी,
जिसके
बाद
यह
मांग
की
गई
थी
कि
आगामी
चुनावों
में
VVPAT
का
इस्तेमाल
किया
जाए।
इसी
वजह
से
इस
वीवीपैड
मशीन
का
इस्तेमाल
करने
पर
विचार
किया
गया।
VVPAT की खासियत
वीवीपैड मशीन के तहत वोटर विजुअली सात सेकेंड तक यह देख सकेगा कि उसने जो वोट किया है क्या वह मत उसके इच्छानुसार उसके प्रत्याशी को मिला है या नहीं। इस वीवीपैड मशीन के माध्यम से वोटर को प्रत्याशी का चुनाव चिन्ह और नाम उसकी ओर से चुनी गई भाषा में दिखाई देगा।
विवादों से कर सकेंगे निपटारा
VVPAT
का
प्रयोग
चुनाव
आयोग
पश्चिम
बंगाल
झारखण्ड
के
साथ
कुछ
अन्य
राज्यों
में
कर
चुका
है।
वीवीपैड
को
ईवीएम
के
साथ
जोड़ा
जाता
है
इससे
मतदाता
की
जानकारी
को
प्रिंट
करके
मशीन
में
स्टोर
कर
लिया
जाता
है।
इसकी
मदद
से
विवाद
की
स्थिति
में
उससे
निपटारा
किया
जा
सकेगा।