कफ सिरप से दो साल के बच्ची की किडनी फेल, बीते साल इसी कंपनी की दवा से हुई थी नौ बच्चों की मौत
नई दिल्ली। पीजीआई चंडीगढ़ में बीते 20 दिनों से एक 2 साल की बच्ची आईसीयू में भर्ती है और जिंदगी की जंग लड़ रही है। हिमाचल प्रदेश के बद्दी की इस बच्ची को किडनी फेल होने पर यहां भर्ती कराया गया था। पीजीई के डॉक्टरों ने बच्ची के टेस्ट किए तो पाया कि उसकी इस हालत की वजह एक सिरप है जो उसे बद्दी में ही एक डॉक्टर ने दिए थे। जिसने उसकी किडनी पर बहुत बुरा असर किया।
जम्मू के रामनगर में हुई थी नौ बच्चों की मौत
इस सिरप में वही दवा पाई गई है, जिससे बीते साल जम्मू के रामनगर में नौ बच्चों की मौत हो गई थी। उस सिरप को भी हिमाचल प्रदेश की दवा निर्माता कंपनी डिजिटल विजन ने बनाया था। अब जिस दवा से कथित तौर पर दो साल के बच्चे की किडनी फेल हो गई, उसे भी इसी कंपनी ने बनाया है। सिरप की कुल 2,992 बोतलों में से 2,972 अब तक बेची जा चुकी हैं। यह स्टॉक कोलकाता, बेंगलुरू सहित अन्य शहरों में भेजा गया है, इसलिए संबंधित राज्य एफडीए को अपने यहां इस दवा की खपत रोकने के उपाय करने के लिए सूचित किया गया है।
पीजीआई चंडीगढ़ ने की शिकायत
भारत के शीर्ष नियामक सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन (सीडीएससीओ) ने पीजीआई चंडीगढ़ से मिली शिकायत के बाद राज्य दवा नियामकों से देशभर में दवा के नमूनों की जांच करने और इसकी बिक्री रोकने को कहा है। सीडीएससीओ अरविंद कुकरेती ने हिमाचल प्रदेश के ड्रग कंट्रोलर को पत्र लिखकर इस कार्यालय के दवा निरीक्षकों को क्षेत्र में कथित दवा की तलाश करने का निर्देश दिया गया है।
खांसी की मिलावटी दवा बेचने का मामला
सीडीएससीओ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि हमने हाल में दवा की बिक्री पर राज्य दवा नियामकों से डाटा प्राप्त करना शुरू कर दिया है, वे सभी एक दूसरे के साथ सहयोग कर रहे हैं और मामले पर संयुक्त जांच कर रहे हैं। हिमाचल सरकार ने फरवरी में भी इसी कंपनी डिजिटल विजन के खिलाफ खांसी की एक मिलावटी दवा कोल्डबेस्ट-पीसी कफ सिरप बेचने का मामला दर्ज किया था, जिसके कारण जम्मू में नौ बच्चों और हरियाणा में एक की मौत हो गई थी।