हिमाचल में भाजपा के खाते में तकरीबन 50 फीसदी वोट, प्रचंड बहुमत की ओर
नई दिल्ली। गुजरात चुनाव को लेकर जिस तरह की हलचल राष्ट्रीय मीडिया में है वह हलचल हिमाचल प्रदेश को लेकर नहीं है। चुनाव नतीजे आने से पहले ही एग्जिट पोल में हिमाचल में भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में पूर्ण बहुमत से कहीं ज्यादा का आंकड़ा हासिल हुआ था, कुछ ऐसा ही चुनाव नतीजे आने के बाद भी सामने आता दिख रहा है। हिमाचल प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के खाते में 37 सीटे आती दिख रही है, जबकि कांग्रेस के खाते में सिर्फ 21 सीटे। वहीं वोट शेयर के आंकड़ों पर नजर डालें तो भाजपा यहां सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरकर सामने आई है।
हिमाचल प्रदेश में कुल 68 सीटें हैं, जिसमे बहुमत का आंकड़ा 35 सीट है, जिसमे भाजपा को पूर्ण बहमुत हासिल होता दिख रहा है। भाजपा के खाते में 49.4 फीसदी वोट आया है, जबकि कांग्रेस के खाते में 42.2 फीसदी वोट आ रहे हैं। वहीं आईएनडी के खाते में 4.5 फीसदी, सीपीएम के खाते में 2.2 फीसदी वोट आए हैं, जबकि नोटा का बटन 0.9 फीसदी लोगों ने दबाया है।
भाजपा के खाते में 49.4 फीसदी यानि 603329 वोट हासिल हुए हैं, जबकि कांग्रेस को 515480 वोट हासिल हुए हैं। ऐसे में अगर वोटों के फीसदी पर नजर डालें तो यह तकरीबन 7 फीसदी है। लेकिन इस सात फीसदी के अंतर के चलते भाजपा के खाते में कांग्रेस की तुलना में 15 सीटें अधिक आई है। मौजूदा समय में हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है। लेकिन यहां मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह लगातार भ्रष्टाचार के आरोपों में घिर रहे, जिसका खामियाजा कांग्रेस को भुगतना पड़ा है।
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