संयुक्त राष्ट्र महासभा को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया संबोधित, उनके संबोधन की बड़ी बातें
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज संयुक्त राष्ट्र की 75वीं वर्षगांठ की पूर्व संध्या पर यूएन को संबोधित किया। सुरक्षा परिषद के अस्थायी सदस्य बनने के बाद पीएम मोदी का यह पहला संबोधन है। इस संबोधन वर्चुअअल माध्यम से किया गया। इससे पहले पिछले वर्ष सितंबर माह में आखिरी बार प्रधानमंत्री मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित किया था, उस वक्त पीएम ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होकर लड़ने की अपील की थी। संयुक्त राष्ट्र के अपने वर्चुअल संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने कोरोना की लड़ाई को जनआंदोलन बनाया है।
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प्रधानमंत्री
नरेन्द्र
मोदी
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की
बड़ी
बातें
प्रधानमंत्री ने संयुक्त राष्ट्र के संबोधन में कहा कि UN हमेशा से सक्रिय सहयोगी रहा है। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र की आर्थिक और सामाजिक परिषद विकास कार्यों का सक्रिय रूप से समर्थन किया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि UNESC के पहले अध्यक्ष भी भारतीय ही थे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई को हमने जनआंदलोन बनाया है। सरकार और सिविल सोसाइटी की मदद से हमने कोरोना के खिलाफ जनआंदोलन शुरू की है। कोरोना ने सभी देशों की परीक्षा ली है। पीएम ने कहा कि कोरोना पर भारत का रिकवरी रेट दुनिया में सबसे बेहतर है।
प्रधानमंत्री ने संयुक्त राष्ट्र के अपने वर्चुअल संबोधन में कहा कि कोई भी भूखा न रहे इसके लिए हम खाद्य सुरक्षा लेकर आए। पीएम ने कहा कि हमारे खाद्य सुरक्षा योजना से 830 मिलियन नागरिकों को लाभ मिला है। उन्होंने कहा कि पीएम आवास योजना के जरिए 2022 तक हर भारतीय के पास अपना घर होगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत आजादी की 75वीं वर्षगांठ मनाने जा रहा है। देश हर क्षेत्र में प्रगति के पथ पर बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा ने कहा कि हमारा लक्ष्य साल 2030 तकस सभी एजेंडा को पूरा करना है। उन्होंने कहा कि भारत का मकसद सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने गरीबों की मदद के लिए कई योजनाएं चलाई है। कोरोना संकट काल में राहत पैकेट का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि पिछले 6 साल में हमने डायरेक्ट बिनिफिशियर प्रोग्राम के लिए 40 करोड़ बैंक अकाउंट खोले हैं। इन अकाउंट के जरिए जरूरतमंद लोगों के खाते में सीधा पैसा पहुंच रहा है।
उन्होंने कहा कि गरीबों के लिए घर, खाते में पैसे के साथ-सात उनके इलाज के लिए आयुष्मान योजना चलाई। उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत दुनिया की सबसे बड़ी हेल्थ योजना है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज संयुक्त राष्ट्र 193 सदस्य देशों के साथ लेकर आया है। इसकी सदस्यता के साथ साथ संगठन से उम्मीदें भी बढ़ी हैं।
उन्होंने कहा कि भारत में इसानों की कुल आबादी का छठा हिस्सा रहता है। देश को अपना महत्व और जिम्मेदारियां पता हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि हम हर संकट से गंभीरता और एकजुट होकर लड़े हैं। चाहे भूकंप हो, चक्रवात हो या फिर इबोला । संकट चाहे प्राकृतिक हो या मानव निर्मित संकट हो भारत ने इसका एकजुटता से सामना किया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हम पर्यावरण पर काम कर रहे हैं। हमने सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध का अभियान चलाया। हम विकास के रास्ते पर आगे बढ़ते हुए पर्यावरण को ध्यान में रख रहे हैंय़ बारत ने 5 सालों में 38 मिलियन कार्बन उत्सर्जन कम किया है। उन्होंने कहा कि हमाला लक्ष्य 2025 तक टीबी की पूरी तरह से खत्म करने का है।
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