किराया बढ़ाने पर रेलवे की सफाई, कहा- कोरोना और भीड़ को देखते हुए लेना पड़ा ये फैसला
नई दिल्ली: पिछले साल फरवरी में कोरोना महामारी पूरे देश में फैली। इसके बाद मार्च में सरकार को देशव्यापी लॉकडाउन का ऐलान करना पड़ा। जिस वजह से ट्रेनों का संचालन पूरी तरह से बंद हो गया। बाद में जून से अनलॉक की प्रक्रिया शुरू हुई और धीरे-धीरे ट्रेनें भी चरणबद्ध तरीके से पटरी पर दौड़ने लगीं। हाल ही में रेलवे ने कम दूरी के सफर के लिए किराए में वृद्धि की थी। जिसके बाद से विपक्ष लगातार सरकार पर हमलावर था। अब इस मामले में भारतीय रेलवे ने विस्तार से सफाई दी है।
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रेल मंत्रालय की ओर से जारी बयान के मुताबिक हाल ही में छोटी दूरी की पैसेंजर ट्रेनों के किराए में वृद्धि की खबर आई थी। रेलवे आपको बताना चाहता है कि ये ज्यादा किराया लोगों को ट्रेन का सफर करने से रोकने के लिए है। मंत्रालय ने कहा कि कोरोना वायरस की वजह से अभी भी कई राज्यों में हालात बिगड़ रहे हैं। कई राज्यों में यात्रियों को स्क्रीनिंग के बाद स्टेशन से बाहर भेजा जा रहा है। ऐसे में वो चाहते हैं कि कम दूरी के लिए लोग रेलवे का इस्तेमाल ना करें, ताकी भीड़ को कम कर कोरोना वायरस को रोका जा सके। इस वजह से कम दूरी के यात्री किराए में बढ़ोतरी की गई है।
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राहुल
ने
साधा
था
निशाना
ट्रेन
का
किराया
बढ़ने
पर
कांग्रेस
सांसद
राहुल
गांधी
ने
भी
मोदी
सरकार
पर
निशाना
साधा।
उन्होंने
एक
अखबार
की
कटिंग
शेयर
करते
हुए
लिखा
कि
कोविड-
आपदा
आपकी,
अवसर
सरकार
का।
पेट्रोल-डीजल-गैस-ट्रेन
किराया...मध्यवर्ग
को
बुरा
फंसाया...लूट
ने
तोड़ी
जुमलों
की
माया।
राहुल
गांधी
के
मुताबिक
अंतरराष्ट्रीय
बाजार
में
कच्चे
तेल
की
कीमतें
लगातार
कम
हो
रही
हैं,
इसके
बावजूद
मोदी
सरकार
पेट्रोलियम
पदार्थों
के
दाम
बढ़ा
रही
है।
इसका
मकसद
उनके
दो
दोस्तों
(अंबानी-अडानी)
को
फायदा
पहुंचाना
है।