बदले के लिए भारत में दाखिल हुए उग्रवादी इसलिए पूर्वोत्तर में हाई अलर्ट
नई दिल्ली। भारत-म्यांमार सीमा के पार बने आतंकवादियों के शिविरों पर सुनियोजित तरीके से किये गये हमले से स्पष्ट हो गया है कि भारत आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेगा लेकिन सेना की ओर से किये गये एक सफल आप्रेशन के बाद खबर आयी है कि इस समय भारत के अंदर एनएससीएन के 16 से 20 उग्रवादी पूर्वोत्तर की सीमा में घुस गये हैं जिसके बाद सुरक्षा के मद्देनजर भारत सरकार ने पूर्वोत्तर में हाई अलर्ट जारी कर दिया है।
सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक इस कार्रवाई का बदला लेने के लिए एनएससीएन-के लड़ाके बड़े हमलों की योजना बना रहे हैं। मालूम हो कि भारतीय सरकार और सेना की ओर से दावा किया गया है कि इंडियन आर्मी ने म्यमांर की सीमा के अंदर घुसकर आतंकवादियों को मार गिराया है। हालांकि म्यांमार की सरकार ने इस दावे का खंडन किया है। म्यांमार का कहना है कि यह कार्रवाई म्यांमार नहीं भारत की ही सीमा में हुई।
पूर्वोत्तर में हाई अलर्ट, बदले के लिए भारत में दाखिल हुए उग्रवादी
मालूम हो कि मणिपुर में 4 जून को उग्रवादी हमले में सेना के 20 जवान शहीद हो गये थे, जिसका बदला लेने के लिए भारतीय सेना ने मंगलवार को म्यांमार की सीमा में घुसकर आतंकियों के दो ठिकानों को ध्वस्त कर दिया। इसमें 100 से अधिक उग्रवादियों मारे गये थे।