सावधान! आप भी करना चाहते हैं वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट को सोशल मीडिया पर अपलोड तो पढ़िए ये खबर
नई दिल्ली, 27 मई। देश में इन दिनों कोरोना वैक्सीनेशन का दौर चल रहा है। चूंकि सरकार ने 18 साल से उपर के सभी लोगों को वैक्सीन लगवाने की छूट दे दी है तो वैक्सीनेशन ड्राइव में थोड़ी समस्या भी आ रही है। जिसे स्लॉट मिल जा रहा है उसकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। इस बीच टीका लगवाने के बाद भविष्य की जरूरतों को देखते हुए सरकार लाभार्थी को एक सर्टिफिकेट भी दे रही है। इस सर्टिफिकेट को कई लोग सोशल मीडिया पर शेयर कर रहे हैं। अगर आप भी सर्टिफिकेट को सोशल मीडिया पर अपलोड करने की सोच रहे हैं तो जरा सवाधान हो जाइए क्योंकि ऐसा करना आपको भारी पड़ सकता है। विस्तार से जानिए
सरकार ने दी है चेतावनी, हो सकता है कुछ ऐसा
साइबर दोस्त अकाउंट से गृह मंत्रालय ने ट्विटर पर एक पोस्ट किया है। इसमें सरकार ने कहा है कि कोरोना वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट को आनलाइन शेयर न करें। इस सर्टिफिकेट पर आपका नाम और अन्य निजी जानकारी होती है जिसका जालसाज फायदा उठा सकते हैं और आपके साथ ठगी हो सकती है। मंत्रालय की तरफ से कहा गया है कि ऐसे में ये करने से बचना चाहिए और सावधानी बरतनी चाहिए।
|
आगे किस काम आ सकता है वैक्सीनेशन का ये सर्टिफिकेट
वैक्सीन का यह सर्टिफिकेट भविष्य में इंटरनेशनल ट्रैवल समेत कई चीजों के लिए जरूरी हो सकता है। कुछ जानकारों का कहना है कि एलआईसी से लेकर टर्म इंश्योरेंस लेने में भी आपको कोरोना रिपोर्ट या फिर वैक्सीनेशन रिपोर्ट दिखाने की जरूरत पड़ सकती है। आपको बता दें कि COVID-19 वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट को आप आरोग्य सेतु ऐप या कोविन वेबसाइड से डाउनलोड भी कर सकते हैं।
क्या है साइबर दोस्त
Cyber Dost एक आधिकारिक ट्विटर अकाउंट है। इसे भारत सरकार द्वारा बनाया गया है। गृह मंत्रालय इस अकाउंट के माध्यम से सेफ्टी और साइबर सिक्योरिटी जागरूकता बताती है।
दुनिया में सबसे पहले कोरोना वैक्सीन लगवाने वाले शख्स की मौत, जानिए कैसे