नागरिकता संशोधन एक्ट: सरकार को समर्थन देने वाली AGP का बड़ा बयान
नई दिल्ली। देशभर में नागरिकता संशोधन एक्ट के खिलाफ विरोध चल रहा है। इस एक्ट के खिलाफ मुख्य रूप से पूर्वोत्तर के राज्यों में विरोध प्रदर्शन चल रहा है। एक्ट के खिलाफ सरकार को विपक्ष लगातार घेरने की कोशिश कर रहा है। वहीं पहले इस एक्ट को लेकर सरकार का समर्थन करने वाली असम गण परिषद अब सरकार के खिलाफ उतर आई है। माना जा रहा है कि असम गण परिषद इस एक्ट के खिलाफ कोर्ट जा सकती है। वहीं जब इस बाबत असम गण परिषद के अध्यक्ष अतुल बोरा से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि हम अभी भी इसपर चर्चा कर रहे हैं, हमारे कुछ मित्र दिल्ली जाएंगे, हमने अभी तक फैसला नहीं लिया है।
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आपको बता दें कि संसद में एजीपी ने इस बिल के पक्ष में वोट डाला था, लेकिन अब प्रदेश में हो रहे उग्र प्रदर्शन के बाद पार्टी ने रूख बदल लिया है। एनडीए में सहयोगी दल असम गण परिषद अब तक इस बिल के समर्थन में केंद्र सरकार के साथ थी, लेकिन अब इस पार्टी ने इस बिल के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जा सकती है। असम गण परिषद ने नागरिकता कानून को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने का मन बना ररही है।
इस विधेयक पर एजीपी नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से भी मुलाकात करेंगे। नागरिकता संशोधन विधेयक पर असम में तेज विरोध प्रदर्शन हो रहा है। विरोध को देखने के बाद एजीपी ने अपना फैसला बदल लिया। असम गण परिषद के तमाम नेताओं ने पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से विरोध प्रदर्शन जताया था। पार्टी नेताओं में अनबन की खबरें सामने आ रही थीं। माना जा रहा है कि पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने इन्हीं विरोधों के चलते समर्थन वापस लेने का फैसला लिया है। नागरिकता कानून का कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया है।
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