जान लीजिए एप्पल के CEO टिम कुक के भारत आने की असल वजह
नई
दिल्ली।
एप्पल
के
सीईओ
टिम
कुक
भारत
के
दौरे
पर
हैं,
इस
दौरान
उन्होंने
प्रधानमंत्री
नरेंद्र
मोदी
से
मुलाकात
की।
टिम
भारत
में
सर्टिफाइड
सेकेंड
हैंड
फोन
को
बेचे
जाने
की
अनुमति
के
लिए
कोशिशें
कर
रहे
हैं।
माना
जा
रहा
है
कि
उन्हें
इस
बात
की
अनुमति
मिल
सकती
है।
आईपीएल
देखने
एप्पल
के
सीईओ
पहुंचे
ग्रीनपार्क,
रह
गये
दंग
इन फोन को बेचने से बहले रीफर्बिश्ड करने की प्रक्रिया भारत में ही की जाएगी। भारत सरकार इस नियम के खिलाफ है कि कि बाहर से लाये गये पुराने फोन एक तरह से खराब इलेक्ट्रानिक का डंपिंग जोन बन सकता है। लेकिन पीएम मोदी चाहते हैं कि एप्पल फोन और कंप्यूटर भारत में बनाएंगे और सूत्रों की मानें तो एप्पल इस बात के लिए राजी भी है।
टिम कुक ने कहा कि भारत में एप्पल के उत्पादों को बनाये जाने पर फैसला लिया जाएगा। एप्पल के सबसे करीबी प्रतिद्वंदी सैमसंग पहले ही भारत में दो प्लांट शुरु कर चुका है। एक नोएडा और दूसरा चेन्नई जहां 90 फीसदी फोन की मैन्युफैक्चरिंग की जाती है।
टिम कुक ने कहा कि भारत में फोन के दामों को देखते हुए वह रिफर्बिश्ड फोन बेचने की शुरुआत करना चाहते हैं, यह पहले ही अमेरिका और जापान में चल रहा है। एप्पल इसके जरिए उन लोगों तक पहुंचना चाहता है जो 5000 से 15000 की कीमत के फोन खरीदना चाहते हैं। इस श्रेणी में एप्पल नये फोन नहीं मुहैया कराता है जिसपर उसकी नजर है।
एप्पल के इस प्रस्ताव का अन्य कंपनियों को विरोध करते हुए कहा कि यह भारत के मेक इन इंडिया प्रोग्राम के खिलाफ है। कंपनियों का कहना है कि इसके चलते देश में खराब सामानों का अंबार लग जाएगा। वहीं कुक ने कहा कि हमने भारत सरकार से इस प्रस्ताव के लिए आवेदन किया है और मैं काफी आशावादी हूं कि यह पास होगा। हम भारत सरकार से संपर्क में है।