Kerala: नासा ने जारी की बाढ़ के पहले और बाद की तस्वीर, कुछ दिनों में बदल गया पूरा मंजर
नई दिल्ली। पिछले दिनों में जिस तरह से मानसून की मूसलाधार बारिश ने केरल में तबाही मचाई उसमे सैकड़ों लोगों की जान चली गई, जबकि लाखों लोग बेघर हो गए। केरल में आई यह बाढ़ 1924 के बाद की सबसे भयावह बाढ़ थी, जोकि 8 अगस्त 2018 को शुरू हुई थी। इस बाढ़ में सैकड़ों लोगों की जान गई, 50000 से अधिक घर बर्बाद हो गए, बाढ़ का असर प्रदेश के 13-14 जिलों में देखने को मिला।
164 फीसदी बारिश
नासा द्वारा जारी सैटेलाइट की तस्वीरों पर नजर डालें तो केरल में आई इस तबाही को साफ तौर पर समझा जा सकता है। 19 जुलाई से 18 अगस्त के बीच की तस्वीर सामने आई है, जिसमे यहां की स्थिति का अंदाजा मिलता है। 20 जुलाई को प्रदेश में साधारण बारिश शुरू हुई थी जोकि 8 से 16 अगस्त के बीच भयावह हो गई और लगातार बारिश की वजह से यहां हर तरफ पानी-पानी हो गया। जून की शुरुआत तक यहां 42 फीसदी बारिश हुई थी, जोकि सामान्य थी। लेकिन अगस्त माह के शुरुआती 20 दिनों में हुई 164 फीसदी बारिश ने यहां हर तरफ तबाही ला दी।
डैम के पानी ने मचाई तबाही
अगस्त माह में केरल में हुई बारिश ने सबकुछ तबाह करके रख दिया, इस बाढ़ को पिछले एक शताब्दी में अबतक की सबसे भयावह बाढ़ माना जा रहा है। इससे पहले इतनी अधिक बारिश कभी नहीं हुई। लगातार बारिश की वजह से राज्य सरकार को एक साथ 80 फीसदी पानी डैम के जरिए छोड़ना पड़ा। यह पानी इडुक्की डैम से छोड़ा गया जोकि एशिया के सबसे बड़े डैम में से एक है। इस डैम के 35 गेट को पहली बार एक साथ खोला गया था।
देर से छोड़ा गया पानी
नासा के गोदार्द स्पेस फ्लाइट सेंटर के वैज्ञानिक सुजय कुमार ने बताया कि डैम से पानी काफी देर से छोड़ा गया, साथ ही जब यह पानी छोड़ा गया तो उस वक्त भारी बारिश हो रही थी। नासा द्वारा तस्वीरों में देखा जा सकता है कि कैसे अगस्त माह में हुई बारिश ने पूरे प्रदेश को पानी से सराबोर कर दिया है। आपको बता दें कि केरल में आई बाढ़ के बाद केंद्र, राज्य और पूरे देश से लोगों ने यहां के लोगों की मदद के लिए हाथ बढ़ाया था। देशभर से लोगों ने सहायता भेजी थी। जिसका सिलसिला अभी भी जारी है ।
इसे भी पढ़ें- Kerala: पिछले 100 वर्षों की सबसे भयावह बाढ़, 164 फीसदी बारिश