9 अंडे देने के बाद दूर बैठ गई मुर्गी, उठाकर देखा तो दंग रह गए लोग
नई दिल्ली। ओडिशा के नुआपाड़ा जिले में मुर्गी और अंडे से जुड़ा एक मामला इन दिनों चर्चा में है। दरअसल, मुर्गी अपने 9 अंडों को से रही थी। अचानक वह कुछ दूर जाकर अलग बैठ गई। वहां पर मौजूद ग्रामीणों ने देखा कि मुर्गी बहुत देर से एक ही स्थान पर बैठी हुई है। ग्रामीण को लगा कि मुर्गी ने अंडा दिया होगा, लेकिन जब उन्होंने मुर्गी को उठाकर देखा तो दंग रह गए। मुर्गी ने अंडे की जगह एक चूजे को जन्म दिया था। इस विचित्र घटना को देखकर लोग हैरत में पड़ गए।
काफी देर तक एक ही जगह पर बैठी रही मुर्गी
घटना नुआपाड़ा जिले के कोमना प्रखंड की साराबोंग पंचायत के इच्छापुर गांव का है। यहां रहने वाले अंबिका माझी की मुर्गी ने 9 अंडे दिए थे। बताया जा रहा है कि मुर्गी अपने अंडों को से रही थी। अचानक वह कुछ दूर जाकर बैठ गई और काफी देर तक वहीं बैठी रही थी। अंबिका माक्षी और वहां मौजूद लोगों की नजर जब उस पर पड़ी तो उन्हें लगा कि मुर्गी ने अंडा दिया होगा। वह मुर्गी के पास पहुंचे और उसे उठाकर देखा तो हैरत में पड़ गए। मुर्गी ने अंडे की जगह चूजे को जन्म दिया था।
10-15 मिनट बाद मर गया चूजा
इसके बाद भी लोगों को यकीन नहीं हुआ तो उन्होंने आसपास देखा, लेकिन वहां कहीं भी अंडा फूटा हुआ नहीं था। ग्रामीणों ने बताया कि चूजा कुछ देर तक जिंदा रहा, लेकिन फिर मर गया।इस विचित्र घटना को लेकर गांव में चर्चा रही है। वहीं, जिले के मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. त्रिलोचन ढल का कहना है कि संभवत: मुर्गी के प्रजनन तंत्र में एक अंडा विकसित हो गया होगा। यह अंडा शरीर से बाहर आने की जगह 21 दिनों तक अंदर ही रहा गया हो और वहीं चूजा विकसित हो गया हो।
पहले भी सामने आ चुके हैं ऐसे मामले
बताया जाता है कि साल 2012 में श्रीलंका में भी ऐसा ही मामला सामने आया था। पहाड़ी क्षेत्र में एक मुर्गी ने बिना अंडा दिए पूर्ण रूप से विकसित एक चूजे को जन्म दिया था। हालांकि, अंदरूनी जख्म की वजह से मुर्गी की मौत हो गई थी। वहीं, साल 2018 में केरल के वायनाड जिले में एक मुर्गी ने चूजे को जन्म दिया था।
बिना मुर्गी के अंडों से निकलेंगे चूजे
उधर, यूपी के लखीमपुर खीरी जिले के पलिया के संपूर्णानगर नगर निवासी एक किसान ने अपने हुनर के जरिए इनक्यूबेटर मशीन बनाई है। किसान परमजीत का दावा है कि इस मशीन में 21 दिन तक अंडे सेने के बाद चूजे बाहर आ जाते हैं। इसमें एक बार में 60 से 70 अंडे रखे जा सकते हैं और यह एक सेमी ऑटोमेटिक मशीन है। उन्होंने बताया कि मशीन अपना टेंप्रेचर खुद मेंटेन करती है।
ऑटोमेटिक चिप मेंटेन रखती है तापमान
परमजीत ने बताया कि अंडों से चूजें निकालने के लिए 37.5 डिग्री तापमान मेंटेन किया जाता है। इसमें एक ऑटोमेटिक चिप लगी होती है जो 35.5 डिग्री तापमान मेंटेन रखती है। उन्होंने बताया कि मशीन में अंडों को रखने के बाद इसमें 18 दिन तक अंडों को दिन में तीन या चार बार हल्का सा हिलाया जाता है, जिसके 21 दिन बाद चूजे बाहर आ जाते हैं। परमजीत ने लॉकडाउन के दौरान समय का सदुपयोग करते हुए इनक्यूबेटर मशीन बनाई है।
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