ये नया झारखंड है: क्या झामुमो के ‘अटल’ बनेंगे हेमंत? विनम्रता देख कर विरोधी भी हो रहे मुरीद
नई दिल्ली। हेमंत सोरेन बिल्कुल नये अवतार में हैं। उनकी विनम्रता ने विरोधियों को भी मंत्रमुग्ध कर दिया है। झारखंड में पोजिटिव पॉलिटिक्स के एक नये युग की शुरुआत हुई है। युवा हेमंत सोरेन का यह बदला हुआ अंदाज नेहरुकाल के अटलबिहारी वाजपेयी की याद दिला रहा है। हालांकि उन्हें अभी लंबा रास्ता तय करना है। 25 दिसम्बर को हेमंत ने अटल विहारी वाजपेयी की जयंती पर उन्हें स्मरण भी किया था। भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी हरदिलअजीज नेता थे। विरोधी भी उनकी इज्जत करते थे। तो क्या झामुमो के 'अटल’ बनने की कोशिश में हैं हेमंत सोरेन?
हेमंत की पोजिटिव पॉलिटिक्स
बिहार के दिग्गज भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी ने हेमंत सोरेन को विनम्र, सहज और विनयशील बताया है। हेमंत ने अपने धुरविरोधी बाबूलाल मरांडी से आशीर्वाद लेकर उनको अभिभूत कर दिया। चुनाव से पहले बाबूलाल ने हेमंत को नेता मानने से इंकार कर दिया था। महागठबंधन को प्रचंड बहुत मिला है। उन्हें झाविमो के समर्थन की कोई जरूरत नहीं थी। लेकिन जैसे ही बाबूलाल ने नयी सरकार को बिना मांगे समर्थन दिया, हेमंत बाबूलाल से मिलने उनके घर पहुंच गये। चुनाव की कड़वाहट को भुला कर हेमंत सोरेन ने खुद को एक परिपक्व और सुलझे हुए नेता के रूप में पेश किया है। अब वे नरेन्द्र मोदी को माननीय प्रधानमंत्री कह कर आदर दे रहे हैं। नरेन्द्र मोदी और अमित शाह अपने शपथ ग्रहण समारोह के लिए न्योता देने की बात कर रहे हैं। वे अपने से वरिष्ठ नेताओं को आदर-सम्मान देने में कोई कमी नहीं कर रहे। जीत के बाद लालू यादव से मुलाकात की। सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को शपथ ग्रहण समारोह में आने के लिए दिल्ली जा कर न्योता दिया। झारखंड की राजनीति के लिए ये बिल्कुल नयी बात है। यहां पहले घात-प्रतिघात और जोड़तोड़ की ही राजनीति होती रही थी।
रघुवर जी, आपके अच्छे काम आगे बढ़ाऊंगा- हेमंत
44 साल के हेमंत सोरेन झारखंड की राजनीति में एक नयी लकीर खींचने की तैयारी में हैं। चुनाव में चाहे कितने भी कड़वे बोल हों लेकिन अब वे संकल्प और समन्वय की बात कह रहे हैं। चुनाव के समय हेमंत ने कहा था कि अगर उनकी सरकार बनी हो रघुवर और उनके भ्रष्टमंत्री जेल के अंदर होंगे। लेकिन जीत ने उन्हें मन-मिजाज को बदल दिया है। अब हेमंत ने ट्वीट कर हारे हुए मुख्यमंत्री को रघुवर दास जी कह कर संबोधित किया है। उन्होंने लिखा है- रघुवर जी द्वारा शुरु किये गये अच्छे कार्यों को आगे ले जाउंगा। हेमंत सोरेन राजनीतिक बदला लेने जैसी कोई बात नहीं कह रहे। उन्होंने स्पष्ट कर दिया है ये संकल्प लेने और काम करने का समय है। जनता ने उनके सिर बहुत बड़ी जिम्मेवारी दी है। सारा ध्यान उसे पूरा करने पर रहेगा। दरअसर इस बार शिबू सोरन ने भी पोजिटिव पॉलिटिक्स के लिए माहौल बनाया है। उन्होंने लोगों को भरोसा दिलाया है कि झारखंड की नयी सरकार अब तक की सबसे बढ़िया सरकार होगी।
हेमंत पढ़े लिखे, सादगी वाले और विनयशील नेता- मोदी
बिहार भाजपा के वरिष्ठ नेता और डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने तेजस्वी यादव को नसीहत देने के लिए एक ट्वीट किया था। उन्होंने तेजस्वी को समझाया था कि झारखंड के नतीजों से उन्हें खुश होने की जरूरत नहीं क्यों कि वे हेमंत सोरेन की तरह पढ़े-लिखे, सादगीपूर्ण और विनयशील नहीं हैं। सुशील मोदी की यह तारीफ हेमंत के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। अगर कट्टर विरोधी दल का शीर्ष नेता हेमंत की तारीफ कर रहा है तो जरूर कोई खास बात है। सरयू राय जब भाजपा के थिंक टैंक थे तब उन्होंने एक बहुत महत्वपूर्ण बयान दिया था। उन्होंने कहा था- अर्जुन मुंडा, सुदेश महतो और हेमंत सोरेन झारखंड के भविष्य के नेता हैं। तीनों युवा हैं और इनमें काम करने की लगन है। आज हेमंत इस बात को सच करते दिख रहे हैं। सरयू राय ने कहा है- हेमंत ने पार्टी के वरिष्ठ विधायक चंपई सोरेन का पैर छूकर आशीर्वाद लिया। झारखंड की राजनीति में ऐसी परम्परा लुप्त हो रही थी। हेमंत ने नयी शुरुआत की है। इसके पहले तो कुर्सी पर बैठे लोग (रघुवर दास) पिता और चाचा की उम्र के लोगों से तुम-तड़ाक में बात करते थे।