किसी की मौत से बड़ा हेमा मालिनी का घायल होना
नई दिल्ली(विवेक शुक्ला) क्या किसी मौत की खबर किसी शख्स के घायल होने से छोटी खबर मानी जा सकती है? अब तो यही लगता है। भाजपा सांसद और ड्रीम गर्ल हेमा मालिनी गुरुवार को एक सड़क हादसे में घायल हो गई। उसी हादसे में एक बच्चे की भी जान गई। पर सारे टीवी चैनल और अखबारों के फोकस में हेमा मालिनी हैं।
गलत लिखी खबर
वरिष्ठ पत्रकार संजीव श्रीवास्तव कहते हैं कि खबर गलत तरीके से लिखी गई है। लिखा ऐसे जाना चाहिए था:- 'दो कार के टकराने से एक बच्ची की मौत। दुर्घटना में फिल्म अभिनेत्री हेमा मालिनी भी जख्मी।' लेकिन सारी खबर में हेमा का घायल होना ज्यादा प्रमुख था, बच्ची की मौत की खबर बॉक्स आईटम बन गई।
खबरों की टीआरपी
अफसोस कि यही आज की खबरों की वीआईपीगिरी और टीआरपीगिरी। सबसे बडी मायावी दुनिया यही है, जहां लोग भ्रम में जीते हैं और सबसे पहले खुद से ही छलावा करते हैं। हेमा मालिनी को अस्पताल में देखने के लिए स्वास्थ्य मंत्री जे.पी. नड्डा से लेकर तमाम आम और खास लोग पहुंच रहे हैं। इसमें किसी कोई दिक्कत नहीं है।
Pics: कार एक्सीडेंट में घायल हुईं हेमा मालिनी,1 बच्ची की मौत
मारा गया
हां, दिक्कत इस बात को लेकर है कि उस बच्चे के बारे में मीडिया बात नहीं कर रहा जो हादसे में अपनी जान गंवा बैठा। कैसे वह बच्चा हादसे का शिकार हुआ, ये भी बताने वाला कोई नहीं है। लगता है कि उसकी किसी को कोई परवाह ही नहीं है।
मीडिया सोचे
हिन्दुस्तान टाइम्स के पूर्व समाचार संपादक अरुण कुमार कहते हैं कि पत्रकारिता अब धनी और शक्तिशाली लोगों के लिए होने लगी है। अब आम और गरीब के लिए मीडिया में स्पेस घटता जा रहा है। ये बेहद गंभीर मसला है। इस तरह सारी मीडिया बिरादरी को सोचना होगा।