राजधानी दिल्ली से ज्यादा प्रदूषित है यूपी का ये शहर, आतिशबाजी पर रोक की मांग
इस आकड़े ने वाराणसी के लोगों को चिंता में डाल दिया है। वायु प्रदूषण रोकने के लिए अभियान चलाने वाली संस्था 'केयर 4 एयर' की प्रमुख एकता शेखर के मुताबिक वाराणसी में बीते अक्टूबर महीने से ही लगातार तेजी से बढ़ रहा प्रदूषण अब जानलेवा हो गया है
नई दिल्ली। धर्मनगरी और पीएम मोदी का संसदीय क्षेत्र वाराणसी राजधानी दिल्ली से भी ज्यादा प्रदूषित हो गई है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक सोमवार की दोपहर में पीएम 10 अधिकतम 457 और औसतन 367 रहा। रविवार को यह 471 रहा था। जबकि पीएम 2.5 अधिकतम 500 और औसतन 429 आंका गया। इन आंकड़ों के सामने आने के बाद एक बार फिर शहर में आतिशबाजी पर रोक लगाने की मांग उठने लगी है।
वहीं इस आकड़े ने वाराणसी के लोगों को चिंता में डाल दिया है। वायु प्रदूषण रोकने के लिए अभियान चलाने वाली संस्था 'केयर 4 एयर' की प्रमुख एकता शेखर के मुताबिक वाराणसी में बीते अक्टूबर महीने से ही लगातार तेजी से बढ़ रहा प्रदूषण अब जानलेवा हो गया है। इसका मुख्य कारण शादी के मौसम में बारात में आतिशबाजी और भीषण जाम में फंसे वाहनों से निकलता खतरनाक धुआं है।
वाराणसी में बढ़ रहे प्रदूषम के लिए शहर में हर तरफ सड़कों की खुदाई से उड़ती धूल को भी एक कारण माना जा रहा है।वहीं जानकारों का कहना है कि बारात में आतिशबाजी से विषैला धुआं लोगों के लिए नुकसानदायक साबित हो रहा है जिसके चलते भविष्य में गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। इस मामले में प्रशासन ने अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है।
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