बारिश के कहर से छत्तीसगढ़ पानी-पानी, 400 गांव टापू में तब्दील
रायपुर। पिछले 48 घंटों से हो रही लगातार बारिश ने छत्तीसगढ़ के कई जिलों को पूरी तरह तरबतर कर दिया है। राज्य में जनजीवन पूरी तरह से अस्तव्यस्त हो गया है। नदी-नालों का जलस्तर बढ़ने से करीब कई जिलों से संपर्क कट गया है। पांच जिलों के करीब 400 गांव टापू में तब्दील हो गए हैं। जिसे देखते हुए रायपुर, दुर्ग, धमतरी के स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई है। ग्रामीणों का कहना है कि जल स्तर में इसी तरह बढ़ोत्तरी जारी रही तो भयावह स्थिति हो सकती है।
साथ ही महानदी किनारे बसे महासमुंद, रायपुर, गरियाबंद, जांजगीर, बिलासपुर और रायगढ़ में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है।
राजधानी रायपुर में पिछले 36 घंटों में 5.23 इंच बारिश हुई है, जिसके चलते निचले स्तर के इलाकों समेत कई पॉश इलाकों में भी भारी पानी भर गया है। जगह-जगह भरे पानी के कारण आवागमन पूरी तरह से ठप हो गया है। राजधानी के पंडरी बस स्टेंड, विधायक विश्राम गृह राजेंद्र नगर, लालगंगा शॉपिंग मॉल, जलविहार कॉलोनी, घड़ी चौक, पुराणी बस्ती, अवंती विहार, पूरा शहर और सड़क पानी से डूब गया है। वहीं, खारून नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। उससे लगे इलाके के घरों में पानी भर गया है। प्रशासन ने सभी को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं।
कहां कितना पानी
रायपुर- 133.0 मिमी, माना एय़रपोर्ट- 126.0 मिमी, बिलासपुर- 23.1 मिमी, पेंड्रारोड- 5.8 मिमी, अंबिकापुर- 29.0 मिमी, दुर्ग- 136.8 मिली, राजनांदगांव - 116.4 मिमी
रक्षाबंधन मनाकर माकड़ी के बड़गांव से अपने पति के साथ कोंडागांव लौट रही महिला व उसका पति हाड़ीगांव पुलिया में भारी जलभराव के कारण गिर कर बह गए। पति तो जैसे तैसे पानी से बाहर आ गया लेकिन पत्नि कालंदी साहू बह गई। सूचना मिलते ही रेस्क्यू टीम व जिला प्रशासन की टीम महिला को ढूंढने में जुट गई है।
मौसम विभाग के मुताबिक कम दवाब का क्षेत्र उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी में पश्चिम बंगाल और उत्तरीय ओडिशा के तटीय क्षेत्र उर उसके आसपास बना हुआ है। मौसम विभाग ने अभी भी भारी बारिश का अलर्ट जारी रखा है।