बिहार में गर्मी से मचा हाहाकार, 'लू' की वजह से एक दिन में 40 लोग मौत के शिकार
पटना। प्रचंड गर्मी ने इस वक्त लोगों का जीना मुहाल कर दिया है, बिहार में इस वक्त गर्मी की वजह हाहाकार मचा हुआ है, गर्मी और लू की वजह से यहां पर एक दिन में करीब 40 लोग मौत के शिकार हो गए हैं, जानकारी के मुताबिक मरने वाले 40 लोगों में से 27 लोग औरंगाबाद से हैं, जबकि बाकी लोग नवादा और गया से हैं, सिविल सर्जन डॉ. सुरेंद्र प्रसाद ने बताया कि औरंगाबाद में अभी भी 40 ज्यादा लोगों का अभी गर्मी की बीमारियों के चलते इलाज चल रहा है जिसमें से 10 की हालत बेहद गंभीर है। मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए जिलाधिकारी ने मेडिकल कॉलेज प्रबंधन को एक्स्ट्रा बेड लगाने का निर्देश दिया है।
औरंगाबाद में गर्मी की वजह से 30 लोगों की मौत
औरंगाबाद, नवादा और गया जिले में मौतों की आधिकारिक पुष्टि कर दी गई है, सीएम नीतीश कुमार ने इस घटना पर गहरा शोक प्रकट करते हुए मृतकों के परिजनों को 4 लाख रुपये के मुआवजे का ऐलान किया है, उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को प्रदेश में भयंकर गर्मी को देखते हुए एहतियातन कदम उठाने के निर्देश दिए हैं, शनिवार को औरंगाबाद में अधिकतम तापमान 43 और गया में 45 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
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19 जून तक बंद रहेंगे पटना के स्कूल
बिहार सरकार ने शनिवार को कहा कि मौसम की मौजूदा स्थिति को देखते हुए शहर में सभी स्कूल 19 जून तक बंद रहेंगे। यह दूसरी बार है जब जिला प्रशासन ने मौसम की वजह से स्कूलों में शैक्षणिक गतिविधियों को रद्द किया है। इससे पहले नौ जून को जिलाधिकारी ने 16 जून तक स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया था।
मॉनसून हुआ लेट
चक्रवात 'वायु' ने देश में कोई तबाही तो नहीं मचाई लेकिन जाते-जाते मॉनसून को जरूर प्रभावित कर गया, भारतीय मौसम विभाग ने कहा है कि बिहार, यूपी और दिल्ली समेत उत्तर भारत के कई राज्यों को बारिश के लिए 10 से 15 दिन और इंतजार करना पड़ सकता है। इंडियन मेट्रोलॉजिकल सोसाइटी के बिहार चैप्टर के अध्यक्ष डॉ. प्रधान पार्थसारथी के अनुसार 'वायु' की वजह से बिहार में मानसून के अब 25 जून तक प्रवेश के आसार हैं।
क्यों है गर्मी
दक्षिणी और पूर्वोत्तर में मॉनसून की बेहद धीमी गति के कारण उत्तरी और पश्चिमी भारत के राज्यों में गर्मी बढ़ गई है और अगले कुछ दिनों तक गर्मी से कोई राहत मिलने वाली नहीं है। मौसम विभाग के अनुसार, यदि किसी क्षेत्र में तापमान लगातार दो दिन 45 डिग्री सेल्सियस से ऊपर रहे तो वहां 'लू' की स्थिति घोषित कर दी जाती है। यदि पारा 47 डिग्री सेल्सियस या उससे ऊपर चला जाए तो 'लू की गंभीर स्थिति' बन जाती है। दिल्ली में अगर तापमान एक दिन भी 45 डिग्री सेल्सियस से ऊपर चला जाए तो लू की स्थिति घोषित कर दी जाती है तो इस वक्त दिल्ली में 'लू की गंभीर स्थिति' है।
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