कोरोना काल में 8.8 करोड़ लोगों को आयुष्मान भारत केंद्रों पर मिलीं स्वास्थ्य सुविधाएं
नई दिल्ली- केंद्र सरकार ने कहा है कि कोरोना वायरस के संक्रमण के दौरान पिछले पांच महीनों में देश में 8.8 करोड़ लोगों की स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का समाधान आयुष्मान भारत-हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स पर किया गया है। देश में जिन आयुष्मान भारत केंद्रों पर ये सुविधाएं उपलब्ध करवाने की बात कही है उनकी संख्या 41,000 से ज्यादा बताई गई है। बता दें कि 2018 में मोदी सरकार की ओर से लॉन्च की गई आयुष्मान भारत अभियान दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा है।
आयुष्मान भारत केंद्रों के जरिए लोगों को जो स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई गई हैं, उनमें कोविडि-19 से जुड़ी समस्याएं भी शामिल हैं। इसका उदाहरण देते हुए सरकार ने बताया है कि झारखंड में राज्य सरकार के एक बड़े जन स्वास्थ्य सप्ताह के दौरान हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स की टीमों ने लोगों की इंफ्लुएंजा लाइक इलनेस (ILI) और सिवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी इलनेस (SARI) वाले लक्षणों की स्क्रीनिंग के साथ-साथ कोविड-19 के संदिग्धों की टेस्टिंग की सुविधाएं भी मुहैया करवाईं। जबकि, ओडिशा के सुबालया में स्वास्थ्य जांच करवाए और कोरोना वायरस से बचाव के लिए लोगों में जागरुकता फैलाई। वहीं राजस्थान में इसकी टीम ने बीकानेर-जोधपुर सीमा के चेक पोस्ट पर सभी यात्रियों की स्क्रीनिंग में स्थानीय प्रशासन का सहयोग किया। जबकि, मेघालय में इसने स्थानीय निकायों के नेताओं और स्कूल टीचरों को कोरोना से बचाव के एहतियाती उपायों के बारे में जानकारी दी।
केंद्र सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि 'इस साल 1 फरवरी से 5 महीनों में हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स में 8.8 करोड़ लोग आए। यह संख्या लगभग उतनी है, जितनी की 14 अप्रैल, 2018 से 31 जनवरी, 2020 के 21 महीनों के बीच की है, बावजूद तब जब इस साल लॉकडाउन की वजह से लोगों की आवाजागी पर पाबंदी लगाई गई थी। इनमें से 1.41 करोड़ लोगों की हाइपरटेंशन के लिए स्क्रीनिंग की गई, 1.13 करोड़ की डायबिटीज और 1.34 करोड़ की ओरल, ब्रेस्ट और सरवाइकल कैंसर की। सरकार ने बताया कि इन सेंटरों पर कोरोना वायरस के संक्रमण के बाद से 6.53 लाख योग और वेलनेस सेशन का भी आयोजन कराया गया।
सरकार की ओर से यह भी बताया गया है कि आयुष्मान भारत के लाभार्थियों का कोविड-19 का निजी प्रयोगशालाओं में जांच और अस्तपातों में इलाज भी मुफ्त होगा। इस योजना से जुड़े अस्पताल अपने यहां टेस्ट करवा सकते हैं या किसी के साथ टाइ अप करवा सकते हैं। केंद्र सरकार के मुताबिक पिछले मई महीने में आयुष्मान भारत योजना का लाभ उठाने वाले लोगों की तादाद 1 करोड़ से ज्यादा हो चुकी है। इस योजना के तहत लाभार्थियों को 5 लाख रुपये तक मुफ्त स्वास्थ्य बीमा मिलता है। इस योजना के अंतर्गत 50 करोड़ लोग मुफ्त बीमा के लाभ के दायरे में हैं।
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