NEET बिना होगा एमडी-एमएस में एडमिशन, स्वास्थ्य मंत्रालय लेकर आया प्रस्ताव
नई दिल्ली। स्वास्थ्य मंत्रालय ने मेडिकल के क्षेत्र में स्नातकोत्तर (पीजी) में प्रवेश के लिए मेडिकल छात्रों को राहत देते हुए नेशनल एलिजिबिलिटी एंड एंट्रेंस टेस्ट यानी NEET खत्म करने का प्रस्ताव दिया है। अगर ऐसा होता है तो ये छात्रों के लिए ये बड़ी राहत होगी। सूत्रों के मुताबिक,पीएमओ के निर्देश पर विधेयक में बदलाव शामिल किए हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस प्रस्ताव को राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग विधेयक के संशोधित मसौदे में शामिल कर लिया गया है। इस प्रस्ताव को जल्द ही केंद्रीय कैबिनेट के पास मंजूरी के लिए भेजा जाएगा। सूत्रों के मुताबिक, संशोधन के अनुरुप पीजी कोर्सेज में प्रवेश नेशनल एग्जिट टेस्ट के परिणामों के आधार पर होगा, जो देशभर में साझा परीक्षी के रूप में होगा।
ये भी पढ़ें: रेलवे के कर्मचारियों के लिए राहत भरी खबर, इस स्थिति में सरकार देगी 25000 रुपए
इस प्रकार एमबीबीएस की अंतिम परीक्षा पास करने के बाद अभ्यर्थियों को पीजी कोर्सेज में प्रवेश के लिए अलग से एक परीक्षा में नहीं बैठना होगा। छात्रों को प्रैक्टिस के लिए लाइसेंस हासिल करने के लिए अलग से परीक्षा नहीं देनी होगी। हालांकि, सूत्रों ने बताया कि एम्स में पीजी कोर्सेज में प्रवेश के लिए अलग से परीक्षा पास करना अनिवार्य होगा। बता दें कि 16वीं लोकसभा का कार्यकाल खत्म होने से एनएमसी विधेयक भी खत्म हो गया था।
NEET की अनिवार्यता को खत्म करने का स्वास्थ्य मंत्रालय लेकर आया प्रस्ताव
इसके साथ ही नीट सुपर स्पेशलिटी भी जारी रहेगा जो एमएस, एमसीएच पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए राष्ट्रीय स्तर पर परीक्षा है। बता दें कि हर साल करीब 80 हजार विद्यार्थी देश के विभिन्न मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस कोर्सेस में दाखिला लेते हैं। जबकि विभिन्न मेडिकल कॉलेजों में मेडिकल पीजी की 50 हजार सीटों के लिए करीब 1.5 लाख अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल होते हैं।
ये भी पढ़ें: कर्नाटक: 18 जुलाई को होगा कुमारस्वामी सरकार का फ्लोर टेस्ट, चर्चा के बाद होगी वोटिंग