स्कूल के फर्श पर बिस्तर लगाकर सोए सीएम कुमारस्वामी, बोले- सड़क पर भी सोने को तैयार
नई दिल्ली। कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ग्राम प्रवास कार्यक्रम के तहत गांवों का दौरा कर रहे हैं। इस क्रम में वह कलबुर्गी जिले के अफजलपुर तालुक के हेरूर बी गांव पहुंचे थे लेकिन भारी बारिश के कारण सीएम कुमारस्वामी का कार्यक्रम स्थगित करना पड़ा। इसके बाद सीएम कुमारस्वामी को चंद्रकी गांव यादगीर में सरकारी प्राइमरी स्कूल में ठहराया गया। कर्नाटक के मुख्यमंत्री यहां एक कमरे में फर्श पर बिछे गद्दे पर सोते हुए नजर आए।
स्कूल में फर्श पर बिस्तर लगाकर सोए सीएम
कुमारस्वामी के साथ सरकार के अन्य मंत्री भी उनके बगल में फर्श पर सोए हुए थे। शुक्रवार को चंद्रकी गांव पहुंचे सीएम कुमारस्वामी ने ग्रामीणों, किसानों और स्कूली छात्रों से बातचीत की। उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की, जहां उन्होंने उन खबरों का खंडन किया कि उन्हें गांव में 5-स्टार ट्रीटमेंट दिया जा रहा था और सीएम ने कहा कि वह सड़क पर भी सोने के लिए तैयार थे।
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सड़क पर भी सो सकता हूं- कुमारस्वामी
वीआईपी ट्रीटमेंट के सवाल पर सीएम कुमारस्वामी बोले, 'विपक्ष को ये बताना चाहता हूं कि अगर मैं आम सुविधाएं भी नहीं ले सकता तो रोजाना काम कैसे करूंगा? एक छोटा सा बाथरूम बनाया गया था, इसे मैं अपने साथ नहीं लेकर जाऊंगा।' ग्रामा वास्तव्य 2.0 के तहत सीएम कर्नाटक के गांवों का दौरा कर रहे हैं। सीएम कुमारस्वामी ने कहा था कि वह हर महीने कम से कम दो से चार गांवों का दौरा करना चाहते हैं।
गांव यात्रा पर उठे सवाल तो सीएम ने विपक्ष को लिया आड़े हाथों
कुमारस्वामी ने कहा, 'मैं सामान्य बस से आया, वॉल्वो बस से नहीं। मुझे बीजेपी से सीखने की जरूरत नहीं है।' उन्होंने कहा कि वे 5 स्टार के साथ-साथ एक झोपड़ी में भी सोए। कुमारस्वामी ने कहा, 'जब मेरे पिता देश के प्रधानमंत्री थे तब मैं ग्रैंड क्रेमलिन पैलेस रूस में सोया था। मेरे कुछ दोस्त पूछ रहे हैं कि मैंने गांवों में रुकने का कार्यक्रम क्यों बनाया, वे विधान सभा में बैठ सकते हैं और काम कर सकते हैं। गांवों के दौरे पर सवाल उठे तो कुमारस्वामी ने विपक्ष को आड़े हाथों लिया।