कर्नाटक: मध्यावधि चुनाव वाले बयान पर एचडी देवगौड़ा ने लिया यू टर्न
बेंगलुरु: देश के पूर्व प्रधानमंत्री और जेडीए प्रमुख एचडी देवगौड़ा ने कर्नाटक में मध्यावधि चुनाव वाले बयान पर यू टर्न ले लिया है। उन्होंने पहले संकेत दिए थे कि राज्य में मध्यावधि चुनाव हो सकते हैं। कांग्रेस-जेडीएस के बीच लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद बयानबाजी शुरू हो गई थी। उन्होंने कहा था कि वो इससे आहत हैं। उन्होंने रिपोर्टरों से बात करते हुए कहा कि उनका बयान निकाय चुनाव के संबंध में था ना कि विधानसभा चुनाव के बारे में। उनके बयान से पूरे सूबे में राजनीतिक हलचल तेज हो गई थी।
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मध्यावधि चुनाव पर देवगौड़ा का यू टर्न
जेडीएस प्रमुख एचडी देवगौड़ा ने बेंगलुरु में रिपोर्टरों से बात करते हुए कहा कि मैंने निकाय चुनाव के संबंध में बयान दिया था। ये विधानसभा चुनाव के बारे में नहीं था। मैं यहां अपनी पार्टी को मजबूत करने के लिए हूं। उन्होंने आगे कहा कि जैसा कि उनके बेटे और सूबे के सीएम एचडी कुमारस्वामी ने कहा है कि ये सरकार अगले चार तक चलेगी। जेडीएस और कांग्रेस के बीच इसे लेकर एक समझ है।
पहले दिए थे मध्यावधि चुनाव के संकेत
जेडीएस प्रमुख देवगोड़ा ने आज न्यूज एजेंसी एएनआई से बेंगलुरु में कहा था कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि राज्य में मध्यावधि चुनाव होंगे। वे 5 साल तक हमारा समर्थन करेंगे लेकिन अब उनके व्यवहार को देखें। हमारे लोग स्मार्ट हैं। दरअसल लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद जेडीएस और कांग्रेस के नेता खुलकर एक दूसरे के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं। दोनों ने मिलकर राज्य में लोकसभा चुनाव लड़ा था। बीजेपी ने सूबे की 28 में से 25 सीटों पर जीत हासिल की थी। वहीं कांग्रेस और जेडीएस को एक-एक सीट मिली थी।
2018 मे दोनों ने मिलकर बनाई सरकार
पिछले साल बीजेपी को कर्नाटक की सत्ता से दूर करने के लिए दोनों दलों ने चुनाव बाद गठबंधन किया था। जेडीएस को कांग्रेस से कम सीटें मिलने के बावजूद पार्टी ने समर्थन दिया था और एचडी कुमारस्वामी मुख्यमंत्री बने थे। राज्य की 224 विधानसभा सीटों में से कांग्रेस को 77 और जेडीएस को 37 सीट मिली थी। जबकि बीजेपी 104 सीट जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। लेकिन वो बहुमत का आंकड़ा नहीं हासिल कर पाई थी।
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