झारखंड: टीकाकरण के बाद 3 बच्चों की मौत, सीएम ने कहा- मन द्रवित है, दिए जांच के आदेश
पलामू जिले के पाटन प्रखंड के लोईंगा गांव के तीन बच्चों की मौत टीकाकरण के कारण हो गई, जबकि गांव के ही पांच अन्य बच्चों की स्थिति काफी नाजुक बताई जा रही है।
नई दिल्ली। झारखंड के पलामू में टीकाकरण के बाद तीन बच्चों की मौत पर मुख्यमंत्री रघुवर दास ने दुःख व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पलामू में तीन बच्चों की मौत से मन द्रवित है, पूरे मामले की जांच के आदेश दे दिये गये है, जिसकी भी गलती होगी, उसे बख्शा नहीं जाएगा। पीड़ित परिवार को एक-एक लाख रुपये की सहायता राशि दी जाएगी। सीएम रघुर दास ने रविवार को पलामू में बच्चों की मौत की सूचना को बेहद गंभीरता से लिया है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सचिव को निर्देश दे दिया गया है गड़बड़ी जहां से भी हुई है किसी को बख्शा नहीं जाएगा।
स्वास्थ्य सचिव ने दिया कड़ी कार्रवाई का आदेश
स्वास्थ्य विभाग की प्रधान सचिव निधि खरे ने बच्चों की मौत के मामले को गंभीरता से लिया है। उन्होंने पूरे मामले की प्रारंभिक जानकारी पलामू के सिविल सर्जन से ली है। खरे ने दोषियों को चिन्हित कर कार्रवाई का आदेश दिया है। उन्होंने पलामू के उपायुक्त को भी जांच में सहयोग करने को कहा है। पूरे मामले की विस्तृत जांच के लिए निदेशक स्वास्थ्य सेवाएं सुमंत मिश्रा को भी निर्देश दिया गया है। एक सप्ताह के अंदर जांच रिपोर्ट सौंपने को कहा गया। जिससे दोषियों पर कड़ी का कार्रवाई की जा सके। खरे के निर्देश पर मुख्यालय से डॉक्टर अजीत प्रसाद और डॉक्टर प्रवीण कर्ण को भी जांच के लिए भेजा गया है।
गांव के तीन बच्चों की मौत टीकाकरण के कारण हो गई
पलामू जिले के पाटन प्रखंड के लोईंगा गांव के तीन बच्चों की मौत टीकाकरण के कारण हो गई, जबकि गांव के ही पांच अन्य बच्चों की स्थिति काफी नाजुक बताई जा रही है। सभी बीमार बच्चों को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं बच्चों की मौत से आक्रोशित ग्रामीणों ने एएनएम को बंधक बना लिया।
स्वास्थ्य केंद्र में बच्चों को डीपीटी और मिजिल्स का टीका लगाया गया
स्वास्थ्य केंद्र में बच्चों को डीपीटी और मिजिल्स का टीका लगाया गया है। लेकिन घर लाने के बाद से ही बच्चों की तबीयत खराब होने लगी और बच्चे उल्टी तथा दस्त से पीड़ित हो गये। रविवार की सुबह तीन बच्चों ने दम तोड़ दिया। तीनों मृतक बच्चे अलग-अलग परिवार के है। परिजन मौत का कारण टीकाकरण ही बता रहे है। जबकि स्वास्थ्य केंद्र की एएनएम द्रौपदी पांडेय का कहना हैं कि टीकाकरण से बच्चों की मौत नहीं हुई है, बल्कि कोई बीमारी से मौत हुई है।
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