शिवसेना के निशाने पर सीएम योगी, कहा- राम मंदिर की नींव रख दी, लेकिन रामराज्य नहीं आया
हाथरस मामले को लेकर अब शिवसेना ने योगी आदित्यनाथ सरकार पर हमला बोला है।
नई दिल्ली। हाथरस मामले पर यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार लगातार घिरती हुई नजर आ रही है। हाथरस में 19 वर्षीय दलित युवती के साथ हुई दरिंदगी की घटना को लेकर अब एनडीए की पूर्व सहयोगी शिवसेना ने भी यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधा है। शिवसेना ने अपने मुखपत्र 'सामना' में लिखा है कि अयोध्या में राम मंदिर की आधार शिला रखे जाने के बावजूद उत्तर प्रदेश में जंगलराज कायम है। शिवसेना ने आरोप लगाया कि हाल के दिनों में यूपी में महिलाओं के साथ हुए अत्याचार की घटनाओं ने राज्य सरकार के साथ-साथ केंद्र सरकार पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।
'यूपी में जंगलराज कायम है'
शनिवार को 'सामना' के जरिए शिवसेना ने योगी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में राम मंदिर की नींव रखी, लेकिन उत्तर प्रदेश में कोई राम राज्य नहीं है। कानून-व्यवस्था के नजरिए से देखें तो यूपी में जंगलराज कायम है। महिलाओं पर अत्याचार लगातार जारी हैं और उत्तर प्रदेश में बलात्कार और हत्या की घटनाएं बढ़ रही हैं।'
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'हाथरस की घटना से पूरे देश में आक्रोश'
अपने संपादकीय में शिवसेना ने लिखा, 'हाथरस में 19 वर्षीय एक युवती के साथ पहले बलात्कार किया गया और फिर उसकी हत्या कर दी गई। इस घटना से पूरे देश में लोग गुस्से में हैं। मरने से पहले पीड़िता ने कहा था कि उसके साथ बलात्कार किया गया है, लेकिन यूपी सरकार अब कह रही है कि उसके साथ बलात्कार नहीं हुआ। इसके ठीक बाद यूपी के बलरामपुर में भी गैंगरेप की घटना सामने आई। लेकिन, इतना कुछ होने के बावजूद ना तो दिल्ली में बैठी केंद्र सरकार ने कोई ठोस कदम उठाया और ना ही यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार ने।'
'रात के अंधेरे में अंतिम संस्कार क्यों किया'
शिवसेना ने आगे कहा, 'सरकार एक तरफ कहती है कि जब बलात्कार नहीं हुआ तो विपक्ष क्यों चिल्ला रहा है। लेकिन, अगर उस युवती का रेप नहीं हुआ था तो यूपी पुलिस ने उसका अंतिम संस्कार रात के अंधेरे में क्यों किया? इससे पहले जब यूपी में अखिलेश यादव की सरकार थी और योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा वापस ले ली गई थी, तो वो संसद में रोए थे। अब वे खुद प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं, लेकिन उनके राज्य में ही महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। पीड़ित परिवार से मिलने जाते हुए राहुल गांधी को यूपी पुलिस रोकती है और उनको कॉलर से पकड़कर जमीन पर गिराया जाता है।'