राहुल गांधी के साथ धक्का-मुक्की पर बोले संजय राउत- 'वो इंदिरा के पोते हैं, भूलना मत'
हाथरस जाते हुए राहुल गांधी के साथ हुई धक्का-मुक्की पर शिवसेना ने बयान दिया है।
नई दिल्ली। यूपी के हाथरस में दलित लड़की के साथ हुए अत्याचार और अमानवीयता को लेकर पूरे देश में राजनीति गर्माई हुई है। गुरुवार को कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी पीड़ित परिवार से मिलने के लिए दिल्ली से हाथरस को रवाना हुए, लेकिन ग्रेटर नोएडा के पास एक्सप्रेव पर ही यूपी पुलिस ने उन्हें रोक लिया। इस दौरान राहुल गांधी के साथ धक्का-मुक्की भी हुई और वो जमीन पर गिर पड़े। इसके बाद यूपी पुलिस ने राहुल और प्रियंका गांधी सहित कई कांग्रेस नेताओं को हिरासत में ले लिया। इस मामले पर अब शिवसेना सांसद संजय राउत का भी बयान सामने आया है।
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'यह देश के लोकतंत्र का गैंगरेप है'
संजय राउत ने आगे कहा, 'राहुल गांधी इंदिरा गांधी के पोते हैं, ये हमें भूलना नहीं चाहिए। राहुल गांधी राजीव गांधी के बेट हैं और इन सभी लोगों ने देश के लिए अपनी शहादत भी दी है। राहुल गांधी की आप राजनीतिक तौर पर आलोचन कर सकते हैं, करते भी हैं, लेकिन उत्तर प्रदेश में अगर किसी दलित लड़की का रेप और मर्डर होता है और किसी राजनीतिक पार्टी के प्रमुख नेता पीड़ित परिवार से मिलने जाते हैं, तो ऐसा व्यवहार गलत है। इस मामले की जांच होनी चाहिए। क्या आप अपने सभी राजनीतिक विरोधियों के साथ ऐसा ही व्यवहार करेंगे।'
'क्या सभी राजनीतिक विरोधियों के साथ ऐसा व्यवहार करेंगे'
संजय राउत ने आगे कहा, 'राहुल गांधी इंदिरा गांधी के पोते हैं, ये हमें भूलना नहीं चाहिए। राहुल गांधी राजीव गांधी के बेट हैं और इन सभी लोगों ने देश के लिए अपनी शहादत भी दी है। राहुल गांधी की आप राजनीतिक तौर पर आलोचन कर सकते हैं, करते भी हैं, लेकिन उत्तर प्रदेश में अगर किसी दलित लड़की का रेप और मर्डर होता है और किसी राजनीतिक पार्टी के प्रमुख नेता पीड़ित परिवार से मिलने जाते हैं, तो ऐसा व्यवहार गलत है। इस मामले की जांच होनी चाहिए। क्या आप अपने सभी राजनीतिक विरोधियों के साथ ऐसा ही व्यवहार करेंगे।'
हाथरस की घटना पर देशभर में गुस्सा
आपको बता दें कि गुरुवार को हाथरस जाते समय यूपी पुलिस ने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को एक्सप्रेसवे पर रोक लिया था। हाथरस में बीते 14 सिंतबर को एक दलित लड़की के साथ दरिंदगी हुई थी और मंगलवार को पीड़िता ने दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में दम तोड़ दिया। इसके बाद यूपी पुलिस ने रात में ही पीड़ित लड़की का अंतिम संस्कार कर दिया। यूपी पुलिस पर आरोप है कि परिजनों को बिना बताए ही पीड़िता का अंतिम संस्कार किया गया। वहीं पुलिस का कहना है कि अंतिम संस्कार के लिए परिजनों की सहमति ली गई थी।
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