Hathras Gangrape: भारी हंगामे और विरोध के बीच देर रात गैंगरेप पीड़िता का कराया गया अंतिम संस्कार, कांग्रेस ने साधा निशाना, Video
Hathras Gangrape: भारी हंगामे और विरोध के बीच देर रात गैंगरेप पीड़िता का अंतिम संस्कार, कांग्रेस ने साधा निशाना
नई दिल्ली। हाथरस गैंगरेप मामले में देर रात गैंगरेप पीड़िता का शव दिल्ली के हाथरस पहुंचा, जहां पीड़िता के शव को लेकर गांव वालों ने भारी हंगामा और विरोध प्रदर्शन किया । भारी हंगामे और विरोध प्रदर्शन के बीच पीड़िुता का रातों-रात अंतिम संस्कार कर दिया गया। देर रात पीड़िता का शव हाथरस पहुंचा था और गांववाले शव का अंतिम संस्कार आधी रात को करने को तैयार नहीं थे। जिसके बाद पुलिस और गांववालों के बीच बहस हो गई। भारी संख्या में पुलिसबल की तैनाती कर दी गई है ।
Recommended Video
परिवारवाले जल्दीबाजी में शव का अंतिम संस्कार किए जाने का विरोध कर रहे थे। वहीं पुलिस ने परिवार और गांववालों की मनाही के बावजूद आनन-फानन में देर रात को पीड़िता का अंतिम संस्कार कर दिया। वहीं पुलिस की इस हरकत को लेकर कांग्रेस ने यूपी पुलिस और योगी सरकार पर निशाना साधा है। यूपी कांग्रेस ने ट्वीट कर पुलिस और प्रशासन पर सवाल खड़े किए और यूपी की कानून व्यवस्था पर हमला बोला। कांग्रेस ने ट्वीट कर लिखा कि- कितनी हैवानियत पर उतर आई है सरकार। यूपी कांग्रेस ने ट्वीट के साथ वीडियो भी शेयर किया है जिसमें ग्रामीण एंबुलेस के सामने विरोध कर रहे हैं। वहीं एक और वीडियो कांग्रेस की ओर से ट्विट किया गया, जिसमें पीड़िता के अंतिम संस्कार को दिकाया गया।
यूपी कांग्रेस ने पुलिस की इईस हरकत को कायराना बताते हुए ट्विट किया और लिखा- 'निर्दयता की हद है ये। जिस समय सरकार को संवेदनशील होना चाहिए उस समय सरकार ने निर्दयता की सारी सीमाएं तोड़ दी।' वहीं आम आदमी पार्टी ने भी इसका विरोध करते हुए फेसबुक पर यूपी सरकार और यूपी पुलिस के खिलाफ मोर्चा खोला।
वहीं पीड़िता का परिवार गुस्से में है। जबरन अंतिम संस्कार किए जाने से परिवार और गांव के लोग नाराज है। वहीं लोगों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए हाथरस में भारी संख्या में पुलिसबल की तैनाती कर दी गई है। आपको बता दें कि 14 सितंबर की सुबह हाथरस के चंदपा थाना क्षेत्र में बूलगढ़ी गांव में 19 साल की युवती अपनी मां के साथ चारा काटने गई थी। चारा काटते हुए वो मां से थोड़ी दूर निकल गई। इसी बीच गांव के 4 युवकों ने उसके साथ दरिंदगी की और उसे मारापीटा। चारों आरोपी लड़की को मरा समझकर वहां से फरार हो गए थे। पीड़िता 15 दिनों तक जिंदगी और मौत के बीच जूझती रही, लेकिन आखिरकार मंगलावर को उसकी मौत हो गई।
#Hathras:
पुलिस जबरन हाथरस पीड़िता का अंतिम संस्कार करने पर आमादा है।
परिजन कह रहे हैं कि एक बार घर ले जाने दो।कितनी हैवानियत पर उतर आई है सरकार।
— UP Congress (@INCUttarPradesh) September 29, 2020
निर्दयता की हद है ये।
— UP Congress (@INCUttarPradesh) September 29, 2020
जिस समय सरकार को संवेदनशील होना चाहिए उस समय सरकार ने निर्दयता की सारी सीमाएं तोड़ दी। https://t.co/MtDZXZXnvo
हाथरस कांड में पुलिसवाले जब परिवार की मर्ज़ी के बिना गुड़िया का शव जबरन ले जाने लगे तो AAP विधायक @AjayDutt48 बाल्मीकी ने विरोध किया पुलिस गुण्डागर्दी पर उतर आई विधायक के साथ मार-पीट की तानाशाही मुर्दाबाद। pic.twitter.com/j8a990xb8G
— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) September 29, 2020