कश्मीर के लिए जुनून की हद तक पागल है जेहादियों का इमाम लखवी
लश्कर-ए-तैयबा का नंबर दो जकी-उर-रहमान लखवी को कहा जाता है जेहादियों का इमाम। बांदीपोर में अबू मूसा की मौत से साफ आज भी कश्मीर के लिए जुनून रखता है लखवी।
श्रीनगर। बांदीपोर में लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर अबू मूसा के एनकाउंटर में मारे जाने के साथ ही यह बात भी साफ हो गई है कि लश्कर-ए-तैयबा का नंबर दो जकी-उर-रहमान लखवी आज भी कश्मीर के लिए अपने बुरे मंसूबों को जारी रखे हुए है। आज भी कहीं न कहीं कश्मीर उसके लिए जुनून की तरह है।
क्यों खतरनाक आतंकी है लखवी
मूसा
कश्मीर
में
लश्कर
का
कमांडर
था
और
कहा
गया
कि
वह
लखवी
का
भतीजा
है।
मूसा
के
मारे
जाने
से
साफ
है
कि
कहीं
न
कहीं
लखवी
कश्मीर
के
लिए
साजिशों
को
अंजाम
देने
की
कोशिशों
में
लगा
है।
लखवी
को
संगठन
के
सारे
कैडर
काफी
सम्मानित
नजरों
से
देखते
हैं
और
उसने
अपने
कई
पारिवारिक
सदस्यों
को
कश्मीर
की
लड़ाई
में
गंवा
दिया
है।
लखवी
को
पाकिस्तान
का
सबसे
जुनूनी
जेहादी
माना
जाता
है।
जब
कभी
भी
हमलों
के
बारे
में
चर्चा
होती
है
तो
सबसे
पहले
लखवी
का
ही
नाम
आता
है
और
हर
कोई
लखवी
पर
काफी
भरोसा
करता
है।
इसलिए
लखवी
को
काफी
खतरनाक
आतंकवादी
भी
माना
जाता
है।
वह
जिस
अंदाज
में
आतंकियों
को
निर्देश
देता
है
और
भारत
के
खिलाफ
जंग
की
बात
करता
है,
उसकी
वजह
से
वह
लश्कर
का
एक
खास
व्यक्ति
बन
गया
है।
हर आतंकी लखवी के लिए जान देने को तैयार
लखवी को कैडर्स काफी पसंद करते हैं और जब कभी भी वह भारत के खिलाफ लड़ाई की बात करता है तो तैयार हो जाते हैं। पाकिस्तान में उसे जेहादियों का इमाम कहा जाता है। उसने अपने परिवार को लड़ाई के लिए तैयार किया हुआ है और लश्कर का हर आतंकवादी उसके लिए अपनी जान देने को तैयार रहता है। यहां तक कि पाकिस्तान की एजेंसियों को भी लखवी के 26/11 हमलों में शामिल होने के बारे में पूरी जानकारी है लेकिन इसके बाद भी कोई उसका कुछ नहीं कर सकता है। यह भी पढ़ें-लखवी का भतीजा है बांदीपोर में मारा गया लश्कर आतंकी अबू मूसा!