क्या कोरोना वायरस की थर्ड स्टेज यानी कम्युनिटी ट्रांसमिशन में पहुंच चुका है भारत, सरकार ने दिया ये जवाब
The Health Department said that there is no concrete evidence of community transmission in India nor the third phase of coronaस्वास्थ्य विभाग ने कहा कि भारत में कम्युनिटी ट्रांसमिशन का न तो कोई ठोस साक्ष्य और न ही कोरोना का अभी तीसरा चरण
नई दिल्ली। भारत में कोरोन वायरस के लगातार बढ़ रहे मरीजों की संख्या और शुक्रवार के दिन हुई दो मौतों के बाद ये खबर फैल रही थी कि भारत भी कोरोना वायरस के तीसरे चरण में पहुंच चुका हैं। लेकिन इस खबर का भारत सरकार ने खंडन करते हुए शनिवार को कहा है कि भारत में कोरोना के तीसरे चरण जिसमें कम्युनिटी ट्रांसमिशन होता है उसका न तो कोई ठोस साक्ष्य और न ही कोई ऐसे संकेत मिले हैं। सरकार के अनुसार देश अभी कोरोना के तीसरे चरण में नहीं पहुंचा है।
सरकार ने ऐसे कोई साक्ष्य मिलने को किया खारिज
बता दें भारत में अब तक कोरोना वायरस की चपेट में 873 लोग जा चुके है जिसमें से 19 लोगों की मौत हो चुकी है और 79 लोग कोरोना से अब स्वस्थ हो चुके हैं। केन्द्र सरकार ने बताया कि शुक्रवार को कोरोना के दो मरीजों की मौत हुई और 149 नए केस सामने आए हैं। इस तरह के कोई भी साक्ष्य मिलने को सिरे से सरकार ने खारिज किया हैं। जिसमें कहा गया था कि देश कोरोना वायरस ट्रांसमिशन के तीसरे फेज की ओर बढ़ रहा है यानी देश में कम्युनिटी ट्रांसमिशन शुरू हो गया है।
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स्वास्थ्य मंत्रालय संयुक्त सचिव ने दी ये जानकारी
गौरतल है कि स्वास्थ्य मंत्रालय की शनिवार को हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने ये जानकारी दी। उन्होंने खुलासा किया कि देशभर में कोरोना वायरस से अब तक 19 लोगों की मौतें हुई हैं और इनमें से अधिकांश लोग बुजुर्ग थे। सरकार ने कहा कि भारत में कोरोना वायरस के कम्युनिटी ट्रांसमिशन का अब तक कोई ठोस सबूत नहीं मिला है।
19 मरने वाले कोरोना पॉजिटिव लोगों में अधिकांश थे बुजुर्ग
सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि कोरोना वायरस से अब तक जिन 19 लोगों की मौत हुई है, डाइबटीज , हाईपरटेंशन, किडनी और रक्तचाप जैसी बीमारियों से भी ग्रसित थे। उन्होंने कहा कि हमारे चिकित्सकों और दुनिया भर की रिपोर्ट के अनुसार उम्रदराज लोगों को कोरोना वासरस से अधिक ख़तरा है। उन्होंने बताया कि हम राज्य सरकारों के साथ मिलकर लगातार ये ही ही उपाय कर रहे हैं कि ये वॉयरस थर्ड स्टेज में पहुंचने न पाए। इसीलिए हमारी राज्य सरकारें समुदाय पर निगरानी, नियमित रूप से कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग और रोकथाम स्ट्रेटजी को लागू करने में लगे हुए हैं।
5 लाख लोगों की अतिरिक्त टेस्टिंग का हो चुका है प्रबंध
सचिव अग्रवाल ने बताया कि आज स्वास्थ्य मंत्रालय ने ये आदेश दिया है कि सीजीएचएस में जो पुराने मरीज हैं उनको 3 महीने की दवाई एक साथ उपलब्ध करवाई जा रही है ताकि कोरोना के चलते किए गए लॉकडाउनके के दौरान पेसेन्ट को दवा लेने के लिए न जाता पड़े। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के डॉ रमन आर गंगाखेडकर बताया कि हमारे यहां 5 लाख से ज्यादा प्रोब जो हमने अमेरिका से मंगाए थे वो आ चुके हैं, इसका मतलब है कि हम 5 लाख लोगों की अतिरिक्त टेस्टिंग कर सकते हैं। इससे कोरोना के अधिक से अधिक टेस्ट हो सकेंगे।
रिलीफ कैंप स्थापित किए जा रहे
वहीं होम मिनिस्टरी की हेल्थ सेकेट्री पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने बताया कि हमने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से प्रवासी मजदूरों के लिए भोजन और पानी की व्यवस्था के साथ-साथ रिलीफ कैंप स्थापित करने का अनुरोध किया है। राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को सार्वजनिक प्रणाली, स्वयंसेवकों और एनजीओ के माध्यम से इन व्यवस्थाओं के बारे में जागरूकता फैलानी चाहिए।
भारत में कहां कितनी हुई मौत
मालूम हो कि भारत में कोरोना वायरस की चपेट में 873 लोग जा चुके है जिसमें से 19 लोगों की मौत हो चुकी है और 79 लोग कोरोना से अब स्वस्थ हो चुके हैं। शुक्रवार को जिन नए संक्रमितों की मृत्यु हुई है उनमें महाराष्ट्र में पांच, गुजरात में तीन, कर्नाटक में दो, मध्य प्रदेश में दो, तमिलनाडु, बिहार, पंजाब, दिल्ली, पश्चिम बंगाल, जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में एक-एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है।