तो क्या वीके सिंह ने आदर्श घोटाले के सच को छिपाया?
नई दिल्ली (ब्यूरो)। क्या आदर्श हाऊसिंग सोसायटी घोटाले के लिए केन्द्रीय मंत्री और पूर्व सेनाध्यक्ष जनरल वी.के. सिंह जिम्मेदार है ? उन पर आरोप लग रहे हैं कि उन्होंने ही इस सारे मामले में पूर्व केन्द्रीय रक्षा मंत्री ए.के.एंटनी को गलत जानकारियां दीं।
राजधानी से छपने वाले एक अंग्रेजी के अखबार ने दावा किया कि सेनाध्यक्ष बनने के बाद वी.के सिंह के पास आदर्श घोटाले से जुड़ी सारी जानकारियां थीं। उन्हें ये साऱी जानकारियां रक्षा संपदा विभाग के डायरेक्टर और महाराष्ट्र के पूर्व एडवोकेट जनरल डरिस खम्बट्टा से मिली थीं।
प्लाट सेना का नहीं
सिंह को यह भी पता था कि जिस प्लाट पर आदर्श सोसायटी खड़ी है, वह सेना का नहीं है। इसके बावजूद सिंह ने एंटनी को कहा कि प्लाट रक्षा मंत्रालय का है। इसके बाद ही एंटनी ने सारे मामले की सीबीआई से जांच कराने के आदेश दिए। रिटायर मेजर जरनल ए.आर.कुमार ने यह जानकारी दी। आदर्श सोसायटी से जुड़े सेना के रिटायर अफसरों और दूसरे सदस्यों ने पहली बार मीडिया से मुलाकात के दौरान यह सारी जानकारियां दीं।
सीबीआई जांच
एक और रिटायर सेना के अफसर ने कहा कि एंटनी ने सीबीआई जांच के आदेश इसलिए दिए क्योंकि उनके महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री सुशील कुमार शिंदे से संबंध मधुर नहीं थे। हालांकि शिंदे ने अपने ऊपर लगे तमाम आरोपों से पल्ला झाड़ लिया था। उन्होंने आदर्श घोटाले के लिए विलासराव देशमुख को जिम्मेदार कहा था। सेना के अफसरों ने यह भी दावा किया कि सोसायटी के लिए भूमि को राज्य सरकार से 26 करोड़ रुपये देने के बाद खरीदा गया था। उस भूमि पर कब्जा नहीं किया गया था।