गोल्ड मेडलिस्ट रेसलर बन गया था मोस्ट वांटेंड गैंगस्टर, हत्या के मामले में हुआ गिरफ्तार
गुरुग्राम। हरियाणा की रोहतक पुलिस ने नेशनल लेवल पर गोल्ड मेडल जीत चुके नामी पहलवान राकेश मोखरिया को हत्या के एक मामले में गिरफ्तार किया है। मोखरिया पर 25 हजार रूपए का इनाम घोषित था। पुलिस को राकेश के पास से 30 एमएम की पिस्टल बरामद हुई है। पुलिस से प्राप्त जानकारी के मुताबिक राकेश मोखरिया आसनिया गैंग का वांटेड अपराधी है। मोखरिया पर आरोप है कि उसने आसन गांव में पिछले साल जून में शराब ठेकेदार बलबीर सिंह की साथियों संग मिलकर हत्या कर दी थी। यह हत्या गैंगस्टर रोहतास आसनिया के कहने पर की गई थी। आसनिया इस समय जेल में बंद है। इसी हत्याकांड में पुलिस ने अमित उर्फ मीता को 6 दिन पहले गिरफ्तार किया था। इसके अलावा भी उसने कई ने वारदातों को अंजाम दिया।
मंगलवार को प्रेसवार्ता करते हुए रोहतक के एसपी जश्नदीप सिंह रंधावा ने बताया कि सोमवार को एवीटी स्टॉफ प्रभारी निरीक्षक मनोज वर्मा को सूचना मिली कि वर्ष 2017 में हुए बलबीर हत्याकांड का मुख्य आरोपी व मोस्टवांटेड राकेश मोखरिया आउटर बाईपास पर किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के फिराक में है। सूचना को गंभीरता से लेते हुए निरीक्षक मनोज वर्मा टीम के साथ रवाना हुए और राकेश मोखरिया पुत्र सुखबीर निवासी गांव मौखरा (जिला रोहतक) को गिरफ्तार कर लिया।
गोल्ड मेडलिस्ट रेसलर ऐसे बना गैंगस्टर
राकेश मोखरिया की गिनती रोहतक के अच्छे पहलवानों में की जाती थी। उसने वर्ष 2003 में हरियाणा के लिए स्वर्ण पदक जीता था। वर्ष 2003 में ही तालकटोरा स्टेडियम दिल्ली में राष्ट्रीय स्तर के पहलवानों के दंगल में ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया था लेकिन क्राइम की दुनिया ने उसे चकाचौंध कर दिया और अपराध जगत में पहुंच गया। वर्ष 2005 में जयकुंवार निवासी झज्जर का कत्ल करके आरोपी राकेश ने अपराध जगत में कदम रखा था। उक्त मामले में 6 साल जेल में रहने के बाद आरोपी ने बाहर आकर शराब के ठेकेदारी का काम करना शुरु कर दिया।
इस काम मे गांव आसन निवासी बलबीर, जो शराब के ठेके लेता था रोड़ा बन रहा था। आरोप है कि तब राकेश ने गैंगस्टर रोहताश आसनिया के कहने पर गत वर्ष 2017 में बलबीर ठेकेदार की अपने साथियों के साथ मिलकर गोलियां मारकर हत्या की थी। वारदात में अमित उर्फ मीता जो 3 दिन पहले ही एवीटी स्टाफ द्वारा गिरफ्तार किया गया है और गौरव निवासी जनता कॉलोनी शामिल रहे है। आरोपी राकेश गैंगस्टर रोहताश आसनिया के जेल से बाहर निकलने का इंतजार कर रहा था, ताकि रोहताश के निकलने के बाद फिर से अपने गैंग का वर्चस्व बना सके।