'बिल भरने वालों के बच्चे ही देंगे पेपर' पर हरियाणा बिजली मंत्री ने अब कही ये बात
नई दिल्ली हरियाणा में के उर्जा मंत्री रंजीत सिंह चौटाला ने कहा है कि बिजली बिल ना भरने वालों के बच्चों को परीक्षा में बैठने से रोकने के उनके बयान को गलत तरह से पेश किया गया है। अपनी सफाई में चौटाला ने कहा कि मेरे बयान को गलत तरीके से पेश किया गया। मैंने ये कहा था कि डिफॉल्टरों के बच्चों को प्रतियोगी परीक्षा देने की अनुमति नहीं दी जाए। ऐसा मैंने लोगों को अपने बिजली के बिलों को भरने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए कहा था। ताकि लोग ज्यादा बिजली का बिल भरें।
हरियाणा के बिजली मंत्री रणजीत सिंह चौटाला ने कहा था कि प्रदेश में बिजली का बिल भरने वाले उपभोक्ताओं के बच्चों को ही परीक्षा में बैठने की इजाजत दी जानी चाहिए। जो लोग बिल नहीं भरते उनके बच्चे पेपर नहीं दे पाएंगे। इस बयान का विरोध होने के बाद अब चौटाला ने कहा कि मैंने सिर्फ लोगों को उदाहरण के तौर पर कहा था कि जैसे चुनाव लड़ने के लिए कहा था नो ड्यूज सर्टिफिकेट की जरूरत पड़ती है, अगर ऐसे ही किसी कॉम्प्टीशन मे बैठने की शर्त लगा दी गई तो दिक्कत हो जाएगी। इस तरह की शर्त लगाने का हमारा कोई विचार नही है न ही कोई ऐसी चर्चा हुई है।
हरियाणा में नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने ऊर्जा मंत्री के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। हुड्डा ने कहा कि इस तरह का कानून बेहद गलत होगा। अगर मां-बाप ने बिजली बिल नहीं भरे तो इसमें बच्चों का क्या कसूर। ऐसे किसी बच्चे का भविष्य खराब करने का हक सरकार को किसने दिया है। वहीं उनका सरकार के भी कुछ नेता इस बयान से नाराज नजर आए तो ऊर्जा मंत्री ने सफाई दी।
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